मेरे हाथ में कुछ नहीं, मैंने केंद्र से मुद्दे सुलझाने की अपील की : अमरिंदर

Nothing in my hands, I appealed to Center to resolve issues: Amarinder
मेरे हाथ में कुछ नहीं, मैंने केंद्र से मुद्दे सुलझाने की अपील की : अमरिंदर
मेरे हाथ में कुछ नहीं, मैंने केंद्र से मुद्दे सुलझाने की अपील की : अमरिंदर
हाईलाइट
  • मेरे हाथ में कुछ नहीं
  • मैंने केंद्र से मुद्दे सुलझाने की अपील की : अमरिंदर

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। किसानों के आंदोलन को देखते हुए केंद्र और किसान संगठनों की लगातार बातचीत हो रही है। इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कहा कि मेरे पास इस समस्या का समाधान निकालने के लिए कुछ भी नहीं है। सिंह ने जल्द हल निकालने के लिए केंद्र से आग्रह किया है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने घर पर गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से बातचीत की। यह बैठक केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के नेताओं के बीच विज्ञान भवन में दोपहर लगभग 12.30 बजे शुरू हुई चौथे दौर की वार्ता से पहले हुई।

करीब आधे घंटे तक चली इस बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने सरकार से अपील की कि वे जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान निकाले, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों को ही खतरा है।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, मैंने शाह से इस मुद्दे को जल्द हल करने का अनुरोध किया है, क्योंकि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी यह एक गंभीर खतरा है।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने शाह के साथ महत्वपूर्ण बैठक के दौरान जोर देकर कहा, समस्या जल्द हल करने की जरूरत है।

मीडिया के साथ एक संक्षिप्त बातचीत में सिंह ने कहा, हालांकि वह और उनकी सरकार किसी भी तरह से मध्यस्थता में शामिल नहीं है। इस मामले को केंद्र और किसानों के बीच हल करना होगा और एक प्रारंभिक प्रस्ताव पंजाब और देश दोनों के हित में महत्वपूर्ण है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की रक्षा करने और एपीएमसी आधारित मंडी प्रणाली को जारी रखने की जरूरत पर बल देते हुए, मुख्यमंत्री ने शाह से आग्रह किया कि वे खुले दिमाग के साथ किसानों की बात सुनें, ताकि गतिरोध को जल्द हल किया जा सके। उन्होंने सरकार व किसानों के बीच पनप रही इस समस्या के जल्द निपराटे की बात कही, ताकि किसान और उनके साथ आंदोलन में शामिल महिलाएं अपने घर लौट सकें।

सिंह ने शाह से मुलाकात की, क्योंकि संसद के मानसून सत्र के दौरान सितंबर में लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग के साथ 26 नवंबर से दिल्ली के विभिन्न सीमाओं पर हजारों किसान डटे हुए हैं। किसानों का विरोध प्रदर्शन गुरुवार को आठवें दिन भी जारी है।

एकेके/एसजीके

Created On :   3 Dec 2020 6:00 PM IST

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