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चुनाव के बाद तय होगा विपक्ष का पीएम उम्मीदवार, प्रियंका लड़ सकती हैं चुनाव : सूत्र
हाईलाइट
- विपक्षी दल अपना पीएम उम्मीदवार 2019 में होने वाले आम चुनाव के बाद ही तय करेंगे।
- राहुल गांधी अमेठी लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे।
- कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ आगामी चुनाव में कोई गठबंधन नहीं करेगी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों में गठबंधन के साथ-साथ सीट बंटवारे को लेकर भी बातचीत शुरू हो गई है। इसी बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि विपक्षी दल अपना पीएम उम्मीदवार 2019 में होने वाले आम चुनाव के बाद ही तय करेंगे। इसके साथ यह भी खबर है कि कांग्रेस यूपी में बसपा और सपा के साथ मिलकर लड़ने की तैयारी में है।
Opposition's PM candidate to be decided after 2019 election results: Sources
— ANI (@ANI) August 3, 2018
Congress is working on forming a strategic alliance in Uttar Pradesh ahead of elections: Sources
— ANI (@ANI) August 3, 2018
गठबंधन में सीट बंटवारे के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी अपने सीनियर लीडरों के चुनाव को लेकर भी रणनीति बनाने में जुट गई है। इस क्रम में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि राहुल गांधी अमेठी लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। वहीं सोनिया गांधी का रायबरेली से चुनाव लड़ना तय नहीं माना जा रहा है। संभव है कि प्रियंका गांधी इस सीट से चुनाव लड़ सकती है।
Congress President Rahul Gandhi to fight elections from Amethi. It is not decided whether Sonia Gandhi or Priyanka will fight elections from Rae Bareilly: Sources
— ANI (@ANI) August 3, 2018
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह भी जिक्र किया है कि कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ आगामी चुनाव में कोई गठबंधन नहीं करेगी। इसके पीछे दोनों पार्टियों की अलग-अलग विचारधारा बताई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस अपना सीएम प्रत्याशी चुनाव परिणाम आने के बाद तय करेगी।
Congress to not ally with Shiv Sena as their ideologies are different. Congress to not announce CM candidates for Madhya Pradesh, Chhattisgarh & Rajasthan: Sources
— ANI (@ANI) August 3, 2018
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।