Death: मसाला ब्रांड MDH के मालिक ‘महाशय’ धर्मपाल गुलाटी का निधन, पिछले साल मिला था पद्म भूषण

Death: मसाला ब्रांड MDH के मालिक ‘महाशय’ धर्मपाल गुलाटी का निधन, पिछले साल मिला था पद्म भूषण
हाईलाइट
  • आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन
  • पिछले साल पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था
  • वे बीते कुछ दिनों से अस्पताला में भर्ती थे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रसिद्ध मसाला कंपनी एमडीएच (MDH) मसाला के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का गुरुवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है ​उनका निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ। वह 98 साल के थे और उनका इलाज पिछले तीन हफ्तों से दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा था। इससे पहले वे कोरोना से संक्रमित हो गए थे। हालांकि बाद में वे ठीक हो गए थे। लेकिन बाद में उनकी तबियत बिगड़ती गई। फिलहाल उनका इलाज चनन देवी अस्पताल में चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।

आपको बता दें कि "दादजी",  "मसाला किंग", "किंग ऑफ स्पाइसेज" और "महाशयजी" के नाम से मशहूर मशहूर गुलाटी को 2019 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 

भोपाल गैस त्रासदी की 36वीं बरसी: इस दर्दनाक हादसे ने ली थी हजारों बेकसूरों की जान

"महाशय" धर्मपाल गुलाटी का जन्म 27 मार्च 1923 को सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले धर्मपाल गुलाटी शुरुआती दिनों में अपने पिता के मसाले के व्यवसाय में शामिल हो गए थे। ‘महाशियां दी हट्टी’ (एमडीएच) की स्थापना उनके दिवंगत पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने की थी। 1947 में विभाजन के बाद, धर्मपाल गुलाटी भारत आ गए और अमृतसर में एक शरणार्थी शिविर में रहे। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में अपना व्यवसाय स्थापित किया। 

स्व. गुलाटी ने दिल्ली के करोल बाग में एक स्टोर खोला। गुलाटी ने 1959 में आधिकारिक तौर पर कंपनी की स्थापना की थी। यह व्यवसाय केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया में भी फैल गया। इससे गुलाटी भारतीय मसालों के एक वितरक और निर्यातक बन गए। गुलाटी की कंपनी ब्रिटेन, यूरोप, यूएई, कनाडा आदि सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भारतीय मसालों का निर्यात करती है। एमडीएच मसाला के अनुसार, धर्मपाल गुलाटी अपने वेतन की लगभग 90 प्रतिशत राशि दान करते थे।

Created On :   3 Dec 2020 6:38 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story