कार के बेसिक और टॉप मॉडल की तरह है राफेल डील; मोदी ने कैबिनेट में दिलाया प्रजेंटेशन
- कांग्रेस को सफाई देने मंत्री परिषद की बैठक में राफेल पर प्रजेंटेशन
- कार का उदाहरण देकर समझाई राफेल डील
- पीएम मोदी ने कहा तथ्यों के साथ कांग्रेस को जवाब दें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल डील को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वैश्विक भ्रष्टाचार बता चुके हैं, वहीं पूरा विपक्ष राफेल डील को सरकार का बड़ा घोटाला बता रहा है। विपक्ष के भारी विरोध के बाद सरकार अब इस मुद्दे पर जवाब देने की तैयारी कर रही है, बुधवार को आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में एक प्रजेंटेशन के माध्यम से मंत्रीपरिषद के सदस्यों को इस डील के संबंध में जानकारी दी गई ताकि विपक्ष को सरकार तथ्यों के साथ जवाब दे सके। बैठक में महात्मा गांधी की 150 वी जयंती, आयुष्मान भारत और स्वच्छता मिशन पर भी प्रेजेंटेशन दिया गया।
कार का उदाहरण देकर समझाई डील
सदस्यों को डील के बारे में बताने के लिए एक कार का उदाहरण दिया गया, विशेषज्ञों ने बताया कि जिस प्रकार कार के बेसिक मॉडल और टॉप मॉडल मे फर्क होता है वैसे ही राफेल विमान के बेसिक और फुली लोडेड मॉडल में फर्क है, इसलिए इसकी कीमत में भी अंतर है। सरकार ने जो डील की है वो फुली लोडेड राफेल विमान की है, इसकी कीमत का खुलासा इसलिए नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे दुश्मन देश भारत के इस नए लड़ाकू विमान की ताकत का अंदाजा लगा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो ये देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा।
दो तरह की होती है डील
इस प्रजेंटेशन में यह भी बताया गया कि ऐसी डील्स दो तरह से होती हैं, एक ओपन विडिंग और दूसरी गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट। इस बार सरकार ने गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट डील की है, जो पहली बार हुई है। यह डील सीधे दो देशों की सरकारों के बीच होती है जिसमें सरकारें एक दूसरे को सस्ती दर पर सामान मुहैया कराने की दिशा में प्रयास करती हैं। सरकार का कहना है कि 34 विमानों की इस डील में 12500 करोड़ रुपए की बचत हुई है।
मोदी ने कहा तथ्यों के साथ दें जवाब
प्रजेंटेशन के बाद पीएम मोदी ने सदस्यों से कहा कि कांग्रेस डील को लकेर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है, मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सभी विभागों के सचिव पूरी जानकारी के साथ अपनी बात रखें और तथ्यों के साथ जवाब दें।
Created On :   6 Sept 2018 8:34 AM IST