प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को 151वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

Prime Minister, President pay homage to Mahatma Gandhi on 151st birth anniversary
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी को 151वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि
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नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी को उनकी 151वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कामना की है कि भारत के राष्ट्रपिता के आदर्श लोगों में दया, करुणा की भावना विकसित करने में मार्गदर्शक शक्ति बने रहेंगे।

प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, हम गांधी जयंती पर प्यारे बापू को नमन करते हैं। उनके जीवन और महान विचारों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। बापू के आदर्श हमें समृद्ध और करुणापूर्ण भारत बनाने में मार्गदर्शन करते रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी के सिद्धांतों की सराहना करते हुए दो मिनट का वीडियो भी साझा किया। क्लिप में, उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि गांधीजी ने कभी भी अपने जीवन में अपना प्रभाव बनाने की कोशिश नहीं की, हालांकि, उनका जीवन अपने आप में एक प्रेरणा बन गया। मोदी ने राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी।

महात्मा गांधी के अलावा, मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने सादगी को महत्व दिया और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया।

उन्होंने ट्वीट कर कहा, लाल बहादुर शास्त्री जी विनम्र और ²ढ़ थे। वह सादगी का प्रतीक बने और हमारे राष्ट्र के कल्याण के लिए जिया। हम उन्हें उनकी जयंती पर भारत के लिए किए गए हर काम के लिए गहरी कृतज्ञता के साथ याद करते हैं।

इस बीच, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और ट्वीट कर कहा कि लोगों को उनके जीवन से सबक लेना चाहिए, खासकर जब हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं।

राष्ट्रपति ने कहा, गांधीजी ने कभी भी एक महान आत्मा होने का दावा नहीं किया, वास्तव में, वह अपनी कमजोरियों के बारे में दुनिया को बताने के लिए अपने रास्ते चले। फिर भी, अधिकतम मानवीय क्षमता का एहसास कराने का वह सबसे अच्छा उदाहरण हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि एक बेहतर इंसान बनने और अपने आसपास के लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होने के इस निरंतर प्रयास ने उन्हें एक महात्मा बना दिया। यह पथ निश्चित रूप से, बेहद कठिन था। रास्ते में कई असफलताएं थीं लेकिन उन्होंने कदम बढ़ाना जारी रखा।

राष्ट्रपति ने कहा, गांधीजी अपने अधिकारों की तुलना में अपने कर्तव्यों के बारे में अधिक चिंतित थे और दूसरों की ओर से-- दलितों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और अन्य के समर्थन में उतरे। गांधीजी ने बड़े विस्तार से दिखाया कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सतत विकास, आर्थिक और सामाजिक समानता प्राप्त करने के लिए व्यक्तियों, संगठन और राष्ट्र द्वारा क्या करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, साल भर चले उनकी 150वीं जयंती के समारोह का आज समापन उनकी यादों को ताजा करने और सार्वजनिक जीवन की नैतिक नींव को फिर से जीवंत करने का एक उपयुक्त अवसर रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर हम गांधी जी के जीवन से सबक लें तो उनके पास हमें देने के लिए बहुत कुछ है, खासकर जब हम एक महामारी का सामना कर रहे हैं, घातक प्लेग के दौरान उन्होंने खुद को स्वास्थ्य सेवा में समर्पित कर दिया था।

राष्ट्रपति ने कहा कि गांधी जी की 151वीं जयंती उनके जीवन और विचार के प्रकाश में हमारी प्राथमिकताओं के माध्यम से सोचने का एक अच्छा अवसर है और हमारे दिलों में उनकी आवाज सुनने के लिए खुद को फिर से तैयार करें।

रामनाथ कोविंद ने भी पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, भारत के उस महान बेटे ने अभूतपूर्व समर्पण और निष्ठा के साथ देश की सेवा की। सभी देशवासी उन्हें हरित क्रांति और श्वेत क्रांति में मौलिक भूमिका और युद्ध के दौरान उनके मजबूत नेतृत्व के लिए श्रद्धापूर्वक याद करते हैं।

उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी महात्मा गांधी की शिक्षाओं की सराहना की और कहा कि इसने हमें सच्चाई और प्रेम का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर आज याद करता हूं। बापू ने अपने जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से हमें मानव जाति के लिए सत्य, प्रेम और निस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। अंत्योदय का उनका विचार हमें सबसे पिछड़े व्यक्ति तक के उत्थान के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी महात्मा गांधी को उनके असाधारण व्यक्तित्व और आध्यात्मिक जीवन के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने दुनिया को शांति, अहिंसा और सद्भाव का मार्ग दिखाया।

शाह ने ट्वीट किया, स्वदेशी के उपयोग को बढ़ाने के उनके स्वप्न को पूर्ण करने के लिए आज पूरा देश मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ स्वदेशी को अपना रहा है। गांधी जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन।

वीएवी-एसकेपी

Created On :   2 Oct 2020 11:30 AM IST

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