मुगलों के वंशज होने का दावा करने वाले प्रिंस याकूब बोले- अयोध्या में मंदिर बने तो पहली ईंट वे खुद रखेंगे
- प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी बोले- हमें अयोध्या में मंदिर बनने से कोई आपत्ति नहीं
- खुद को मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर का वंशज बताते रहे हैं प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के अंतिम मुगल बादशाह बहादुरशाह जफर के वंशज होने का दावा करने वाले प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी ने राम मंदिर मुद्दे पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर अयोध्या में राम मंदिर बनता है तो उन्हें कोई समस्या नहीं है, बल्कि ऐसी स्थिति में मंदिर निर्माण की पहली ईंट वे खुद रखना चाहेंगे।
हबीबुद्दीन तुसी ने कहा, "जब बाबर की वसीयत हमने बताई थी कि बाबर ने हूमायूं को लिखा था कि मीर बाकी जो उनके कमांडर थे, उन्होंने अयोध्या में जो हरकत की वह पूरे तैमूर वंश पर एक कलंक है। उन्होंने साथ ही यह कहा था कि हिंदूस्तान में अगर हुकुमत करनी है तो मंदिरों की हिफाजत करो, संतों का सम्मान करो और एक साथ न्याय करो। बाबर की इस वसीयत से साफ है कि मुगलों ने कभी किसी धर्म को हर्ट नहीं किया। अब मीर बाकी ने किया है हम पूरे हिंदू धर्म से जो हो चुका उसके लिए माफी चाहते हैं।"
तुसी ने कहा, "हमने कोर्ट से भी कहा है कि अगर यह प्रापर्टी बाबर की निकल रही है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। सिविल कोर्ट हैदराबाद से 2002 में हमें बहादूर शाह जफर का वंशज मान लिया है तो आप हमें नकार नहीं सकते। तो अगर प्रापर्टी बाबर की निकल रही है तो हमें मंदिर बनाने में कोई आपत्ति नहीं है और अगर वहां मंदिर बनता है तो पहली ईट मैं खुद वहां रखना चाहूंगा।"
#WATCH: Prince Yakub Habeebuddin Tucy, who claims to be a descendant of Mughal emperor Bahadur Shah Zafar speaks on the matter of Ram temple, says "We have no objection...If a temple is built there we will be the ones to lay the foundation stone." pic.twitter.com/QhbCHtMlAM
— ANI (@ANI) September 16, 2018
तुसी ने इस मामले में आए दिन बयान देने वाले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को जोकर भी बताया। उन्होंने कहा, "कुछ छोटे-मोटे लीडर हैं, जिनका इस विवाद से कोई लेना देना नही हैं, वे भी बयान देते रहते हैं। हमारे पास हैदराबाद में एक जोकर है- ओवैसी। उसे सबसे बड़ा जोकर कहा जा सकता है। उसने आप देख सकते हैं कि पिछले 20 सालों में कहां से कहां पहुंच गया है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का भी इस मामले से कोई लेना-देना ही नहीं है।"
Created On :   16 Sept 2018 11:25 PM IST