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दैनिक भास्कर हिंदी: मप्र राजनीति: 'सिंधिया की ईमानदारी का प्रमाण है 22 लोगों का विधायकी छोड़ना'

हाईलाइट
- सिंधिया की ईमानदारी का प्रमाण 22 लोगों का विधायकी छोड़ना : कमल पटेल
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस आए दिन कोस रही है और उन पर जुबानी हमले भी जारी हैं। इसी बीच सिंधिया के बचाव में आए कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है, सिंधिया की लोकप्रियता और ईमानदारी का प्रमाण है 22 लोगों का विधायकी छोड़ना।
सिंधिया जनता के हितैषी- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री पटेल ने सिंधिया को ईमानदार, जनता का हितैषी और जनाधार वाला नेता बताया है। पटेल ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, वर्तमान दौर में ऐसे कम ही नेता हैं, जिनके समर्थन में लोग सरपंची तक छोडें, मगर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता की लड़ाई लड़ी तो उनके साथ 22 विधायक आ गए और उन्होंने विधायकी तक छोड़ दी। इनमें छह लोग तो ऐसे थे जिनके पास कैबिनेट मंत्री का पद था। यह घटनाक्रम सिंधिया की ईमानदारी, जनहितैषी निर्णय और जनाधार का खुलासा करने वाला है।
विजयाराजे सिंधिया बीजेपी की मार्गदर्शक रहीं
सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने पर कांग्रेस के तत्कालीन 22 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था, जिससे कमल नाथ सरकार अल्पमत में आ गई। बाद में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। पटेल का कहना है कि सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की मार्गदर्शक रही हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी परिवार के सदस्य हैं और उनकी अब घर वापसी हुई है।
जनता की आवाज उठाने के लिए बीजेपी में आए सिंधिया
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा सिंधिया को चेहरा बनाए जाने का जिक्र करते हुए पटेल ने कहा, कांग्रेस ने सिंधिया को आगे करके चुनाव लड़ा था मगर सत्ता में आने के बाद पार्टी ने कमान कमल नाथ के हाथ में सौंप दी। सिंधिया लगातार जनता की आवाज उठाते रहे, जिस पर उनसे तो यहां तक कह दिया गया कि उतरना है तो सड़क पर उतर जाएं। आखिरकार सिंधिया जनता की आवाज उठाने के लिए सड़क पर उतरकर भाजपा के साथ आ गए और यही कारण है कि भाजपा की प्रदेश में सरकार बनी और भाजपा को जनता की सेवा करने का मौका मिला है।
कमल नाथ के 15 माह के शासनकाल का जिक्र करते हुए पटेल ने कहा, वह तो वास्तव में सिर्फ छिंदवाड़ा के मुख्यमंत्री थे और सारे निर्णय और विकास कार्य सिर्फ छिंदवाड़ा के लिए किया करते थे। उन्हें प्रदेश की तो चिंता ही नहीं थी।
कांग्रेस द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वादों का जिक्र करते हुए पटेल ने कहा, कांग्रेस की हालत उस उम्मीदवार की तरह थी जो यह जानता है कि वह चुनाव हार जाएगा, मगर वादे ऐसे कर देता है जिसे पूरा करना आसान नहीं होता। यही स्थिति कांग्रेस और कमल नाथ की थी। उन्हें पता था कि वे सत्ता में नहीं आने वाले, इसीलिए उन्होंने तरह-तरह के वादे कर दिए थे। राहुल गांधी ने तो 10 दिन में कर्ज माफ न करने वाले को मुख्यमंत्री पद से हटाने की बात कही थी, कमल नाथ ने दो घंटे में ऑर्डर कर दिया, मगर किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ। इसी तरह बेरोजगारों को भत्ता देने की बात हुई, रोजगार देने की बात की, मगर सारे वादे खोखले साबित हुए।
आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव को लेकर कमल पटेल का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है और उसका संगठन गांव-गांव तक है, साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने से पार्टी की ताकत और बढ़ी है यही कारण है कि आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में भाजपा को जीत मिलेगी। शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने तीन माह में किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिसका असर चुनाव पर भी नजर आएगा, क्योंकि वास्तव में शिवराज की सरकार गांव, किसान और गरीब की सरकार है।
क्लोजिंग बेल: सेंसेक्स में 134 अंकों की गिरावट, निफ्टी 15,800 के करीब बंद हुआ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्बल वैश्विक संकेतों के कारण देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन (29 जून, बुधवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 134.31 अंक यानी कि 0.25% की बढ़त के साथ 53,026.97 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 32.95 अंक यानी कि 0.21% की बढ़त के साथ 15,799.10 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 372.55 अंकों की हानि के साथ 33269.90 पर समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 33 लाल रंग में रहे जो व्यापक बिकवाली दर्शाते हैं। क्षेत्र विशेष में, निफ्टी मेटल, एनर्जी तथा ऑटो सूचकांको में सबसे अधिक तेजी रही जबकि बैंकिंग, एफएमसीजी एवं आईटी में सर्वाधिक मंदी देखी गयी। निफ्टी के शेयरों में एनटीपीसी, रिलायंस, ओएनजीसी, आयशर मोटर तथा पावर ग्रिड में सबसे अधिक बढ़त रही जबकि एचडीएफसी लाइफ, हिन्द यूनिलिवर, एक्सिस बैंक तथा अपोलो हॉस्पिटल में सर्वाधिक घाटा रहा।
इंडिया विक्स 2.10 प्रतिशत बढ़ 21.90 पर बंद हुआ जो आने वाले सत्र में और अधिक उतारचढ़ाव आने का संकेत है। तकनीकी आधार पर, निफ्टी हायर लो तथा लोअर लो प्रारूप बना रहा है जो दुर्बलता का संकेत दे रहा है। निफ्टी 21 दिनों के डीएमए पर अवरोध का सामना कर रहा है, इसके नीचे बंदी देने पर अगले ट्रेडिंग सत्र में और भी दुर्बलता दिख सकती है। निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ों में, कॉल में सर्वधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर है जबकि पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15700, उसके बाद 17500 है।
मोमेन्टम संकेतकों में स्टॉकिस्टिक तथा एमएसीडी आवरली चार्ट पर नकारात्मक क्रॉस ओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो बाजार में दुर्बलता का संकेत है। जून महीने के फ्यूचर ऑप्शन सौदों के कटान के पहले निफ्टी ने 57.49 प्रतिशत तथा बैंक निफ्टी ने 53.95 प्रतिशत रोलओवर दिखाया है। मुथोथ फाइनेंस, एमफासिस तथा अडानी पोर्ट में सर्वाधिक रोलओवर हुआ है।निफ्टी का सपोर्ट 15600 तथा तेजी की स्थिति में 16000 एक तात्कालिक अवरोध हो सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 है, अवरोध 34000 है। कुलमिला कर निफ्टी नीचे की चाल दिखा सकता है। 15650 तोड़ने पर मंदी गहरा सकती है। 16000 निफ्टी एक बड़ा अवरोध है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
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#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
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- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
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- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
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#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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