राज ठाकरे ने आदित्यनाथ को दी चेतावनी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि प्रवासी मजदूर बिना अनुमति महाराष्ट्र नहीं आने चाहिए। राज ठाकरे ने प्रवासी मजदूरों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चेतावनी दी। आदित्यनाथ ने कहा था कि किसी राज्य को उत्तर प्रदेश के मजदूरों की जरूरत पड़ेगी, तो उस राज्य को पहले उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति लेनी पड़ेगी। राज ने कहा कि अगर आदित्यनाथ का यह रूख है, तो आगे से महाराष्ट्र में आते समय हमारी और महाराष्ट्र की पुलिस की अनुमति के बिना प्रवासी मजदूर राज्य में नहीं आ पाएंगे। आदित्यनाथ इस बात का ध्यान रखें।
राज ने कहा कि प्रदेश की महाविकास आघाडी सरकार को भी इन बातों को गंभीरता से लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आगामी समय में प्रवासी मजदूरों का महाराष्ट्र आते समय ही पंजीयन किया जाना चाहिए। पुलिस स्टेशन में प्रवासी मजदूरों की फोटो और पहचान पत्र होने चाहिए। तभी मजदूरों को महाराष्ट्र में प्रवेश दिया जाए। इसका पालन कड़ाई से किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा था कि दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों को अगर कोई राज्य वापस बुलाना चाहता है, तो इसके लिए उस राज्य को उत्तर प्रदेश सरकार से पहले अनुमति लेनी पड़ेगी। इसी बीच आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश प्रशासन को प्रवासी आयोग बनाने के निर्देश दिए हैं। यह आयोग प्रवासी मजदूरों को रोजगार और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
प्रवासी मजदूर देश के नागरिकः सावंत
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के बयान पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि प्रवासी मजदूर देश के नागरिक हैं। प्रवासी मजदूरों को देश में कहीं पर भी काम करने के लिए अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। सावंत ने कहा कि आदित्यनाथ देश में सबसे अक्षम और हृदयहीन मुख्यमंत्री हैं। आदित्यनाथ के पास उत्तर प्रदेश को बेहतर बनाने के लिए दूरदृष्टि नहीं है। जिससे वहां के लोगों को काम करने के लिए पलायन की जरूरत न पड़े। सावंत ने कहा कि हमारी मांग है कि महाराष्ट्र से जाने वाले प्रवासी मजदूरों का उत्तर प्रदेश सरकार ध्यान रखें, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने उनके जीवन को नरक बना रही है।