एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मरे, ये जानने पाक जाएं कांग्रेसी: राजनाथ

एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मरे, ये जानने पाक जाएं कांग्रेसी: राजनाथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एयर स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस के सवालों पर तंज कसा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) ने बताया था कि बालाकोट अटैक साइट पर 300 मोबाइल फोन सक्रिय थे। सिंह ने पूछा क्या इन मोबाइल फोन का इस्तेमाल पेड़ कर रहे थे?

गृहमंत्री ने कहा कि राजनीति केवल सरकार बनाने के लिए नहीं होनी चाहिए, बल्कि देश के निर्माण के लिए भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस व "अन्य राजनीतिक दलों के कुछ नेता पूछ रहे हैं कि भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक में कितने आतंकवादी मारे गए थे? आज नहीं तो कल पता चल ही जाएगा। पाकिस्तान और उनके नेताओं का दिल जानता है कि कितने मारे गए।" उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस पार्टी अभी यह जानना चाहती है कि एयर स्ट्राइक में कितने आतंकवादी मारे गए, तो उन्हें पाकिस्तान जाना चाहिए और वहां जाकर इसके बारे में पूछना चाहिए या शवों की गिनती करनी चाहिए।

बता दें कि सोमवार को सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवाला में टारगेट फाइनल होने के बाद नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) ने जैश कैंपों की टेक्निकल सर्विलेंस शुरू की थी। इस दौरान टारगेट एरिया में 300 एक्टिव मोबाइल सिग्नल के बारे में पता चला था। NTRO के अलावा दूसरी एजेंसिया भी जैश के कैंप का टेक्निकल सर्विलेंस कर रही थी उन्हें भी 300 एक्टिव मोबाइल फोन की मौजूदगी का पता चला था। इन मोबाइल की मोजूदगी से साफ है कि वहां पर करीब जैश के 300 आतंकी मौजूद थे।

300 मोबाइल फोन एक्टिव होने की जानकारी ऐसे समय में सामने आई थी जब विपक्ष लगातार मोदी सरकार से एयर स्ट्राइक के सबूत मांग रहा है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने मोदी सरकार से सवाल पूछा था कि क्या सच में पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक हुई थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था "क्या वहां (पाकिस्तान) में 300 आतंकी मारे गए हैं या नहीं ? अगर नहीं तो इसका क्या मकसद था? क्या सिर्फ पेड़ उखाड़ने ही गए थे। इसके अलावा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि सैटेलाइट के माध्यम से सारी तस्वीरें सामने आ जाती हैं। जिस तरह सबूत अमेरिका ने लादेन के बारे में पूरे विश्व को दिए, उसी तरह हमें भी प्रमाण देना चाहिए।  

बता दें कि पुलवामा आतंकी अटैक में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद भारत ने इसका जवाब देने के लिए पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इस एयर स्ट्राइक में 250-300 आतंकवादी मारे जाने की बात कही जा रही थी। इस कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया था और उसने भारतीय वायु सीमा में दाखिल होकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। हालांकि भारतीय वायुसेना ने इसे पूरी तरह से नाकाम कर दिया था। इस संघर्ष के दौरान वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के चंगुल में फंस गए थे। हालांकि बाद ने भारत के दबाव के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा था और उसे अभिनंदन को छोड़ना पड़ा था।  

Created On :   5 March 2019 8:05 PM IST

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