Conference: एयर फोर्स की 3 दिवसीय कॉन्फ्रेंस का रक्षा मंत्री ने उद्घाटन किया, बोले- चीन से हमें सतर्क रहने की जरुरत

Rajnath Singh Addressed the inaugural session of the Air Force Commander’s Conference
Conference: एयर फोर्स की 3 दिवसीय कॉन्फ्रेंस का रक्षा मंत्री ने उद्घाटन किया, बोले- चीन से हमें सतर्क रहने की जरुरत
Conference: एयर फोर्स की 3 दिवसीय कॉन्फ्रेंस का रक्षा मंत्री ने उद्घाटन किया, बोले- चीन से हमें सतर्क रहने की जरुरत
हाईलाइट
  • भारत-चीन के बीच युद्ध की स्थिति बनती है तो वायुसेना को शार्ट नोटिस पर ही सभी तैयारी कर लेनी है
  • रक्षामंत्री ने लद्दाख में वायु सेना के रोल की खुलकर तारीफ की
  • राजनाथ सिंह ने बुधवार को एयर फोर्स कमांडरों की 3 दिवसीय कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को एयर फोर्स कमांडरों की 3 दिवसीय कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। इस दौरान रक्षामंत्री ने लद्दाख में वायु सेना के रोल की खुलकर तारीफ की और कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है। अगर भारत-चीन के बीच युद्ध की स्थिति बनती है तो वायुसेना को शार्ट नोटिस पर ही सभी तैयारी कर लेनी है।

3 दिनों तक चलेगी कॉन्फ्रेंस
22 जुलाई से 24 जुलाई तक 3 दिनों तक चलने वाले इस कॉन्फ्रेंस में एलएसी पर चीन के साथ चल रहे तनाव, एयर फोर्स की तैयारियों और तैनातियों को लेकर चर्चा होगी। रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा, "आज एयर फोर्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में इंडियन एयर फोर्स की भूमिका का पूरा देश सम्मान करता है। कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में उनका योगदान बहुत ही तारीफ के लायक है।" 

राफेल लड़ाकू जेटों की तेजी से तैनाती पर भी चर्चा होगी
बता दें कि कॉन्फ्रेंस में इंडियन एयरफोर्स (IAF) फ्रांस से इस महीने के अंत तक देश में पहुंचने वाले राफेल लड़ाकू जेटों की तेजी से तैनाती और संचालन पर भी चर्चा करेगा। दक्षिण एशियाई क्षेत्र के सबसे उन्नत जेट के इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में शामिल हो जाने से उसकी ताकत काफी बढ़ जाएगी। एक अधिकारी ने कहा कि फाइटर जेट्स में भारत स्पेसिफिक एन्हांसमेंट के साथ-साथ लंबी दूरी के हथियार जैसे मीटियोर एयर टू एयर मिसाइल भारत को चीन और पाकिस्तान पर बढ़त दिलाएगी।

60,000 करोड़ रुपये के 36 राफेल जल्द भारत आएंगे
बता दें कि भारतीय वायुसेना प्रमुख ने इस परियोजना के लिए भारतीय निगोशिएशन टीम के प्रमुख के रूप में भारत के अब तक के सबसे बड़े रक्षा सौदे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके तहत लगभग 60,000 करोड़ रुपये के 36 राफेल जेट इमरजेंसी पर्चेज रूट के तहत भारत आएंगे। राफेल के दो स्क्वाड्रन भारत को लंबी दूरी के हमलों को अंजाम देने की अपनी क्षमताओं को मजबूत करने में मदद करेंगे।

Created On :   22 July 2020 8:24 AM GMT

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