राजनाथ बोले- अगर पाक पीएम में आतंक से लड़ने की हिम्मत नहीं तो हमसे मदद ले सकता है
- भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर पाक को एक ऑफर दिया है।
- राजनाथ ने कहा कि अगर पाक पीएम आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं हैं
- तो वह भारत की मदद ले सकते हैं।
- राजनाथ ने कहा कि भारत-पाक के बीच कश्मीर कोई मुद्दा नहीं है।
डिजिटल डेस्क, जयपुर। पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कश्मीर के मुद्दे पर मिलने की इच्छा जताई थी। इस दौरान पाक पीएम ने आतंक के लिए पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करने का विरोध जताया था। बता दें कि आतंकवाद ने सिर्फ पाक को ही नहीं बल्कि भारत समेत सभी पड़ोसी देशों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। मगर अब भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर पाक को एक ऑफर दिया है। राजनाथ ने कहा कि भारत-पाक के बीच कश्मीर कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर पाक पीएम आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं हैं, तो वह भारत की मदद ले सकते हैं।
रविवार को राजनाथ सिंह राजस्थान में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, "मैं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से कहना चाहता हूं कि अगर अफगानिस्तान और अपने देश में आतंकवाद और तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के लिए हमारी मदद चाहिए हो तो पाक पीएम हमसे मदद मांग सकते हैं। अगर पाकिस्तान को लगता है कि वह अकेले आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं है, तो उसे ऐसा करना चाहिए। राजनाथ की पाक पीएम पर यह गुगली पाक विदेश मंत्री की करतारपुर कॉरिडोर वाली गुगली पर भारी पड़ती दिखाई पड़ रही है।"
राजनाथ ने कहा, "कश्मीर तो कोई मुद्दा ही नहीं है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। मुद्दा तो आतंकवाद का है। पाकिस्तान अगर भारत से इसपर चर्चा करना चाहता है, तो कर सकता है।" हाल ही में भारत ने हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह समेत दो मंत्रियों को करतारपुर कॉरिडोर के शिलन्यास के लिए पाकिस्तान भेजा था। इसपर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि इमरान खान की गुगली पर भारत ने दो मंत्रियों को करतारपुर भेजा है। कुरैशी के इस बयान की भारत ने निंदा भी की थी। वहीं पाक पीएम ने भारत के पीएम से मिलने की इच्छा भी जताई थी।
पिछले 10 महीनों में पाक से आए 230 आतंकी ढेर
बता दें कि पाकिस्तान काफी समय से आतंकवाद से ग्रस्त है। आए दिन आतंकी पाक बॉर्डर से भारत में घुसते हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत ने पिछले दस महीनों में पाक से आए 230 आतंकियों को ढेर किया है। हाल ही में भारत ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर और मोस्ट वॉन्टेड टेररिस्ट नवीद जट को मार गिराया था। नवीद ने 26/11 मुबंई हमले के आरोपी कसाब के साथ पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली थी और पाक के मुल्तान का रहने वाला था।
पाक हमेशा से आतंकियों के उनके देश में होने से मना करता आ रहा है, जबकि हाफिज सईद समेत कई आतंकी वहां खुले आम घूम रहे हैं। आतंक ने पाकिस्तान को इस कदर घेर रखा है कि वह खुद भी इससे अछूता नहीं है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण 16 दिसंबर 2014 को पेशावर में सेना के एक स्कूल पर हुआ हमला है। इस हमले में 150 लोग मारे गए थे, जिसमें ज्यादातर बच्चे थे। ऐसे में राजनाथ सिंह ने यह साफ कर दिया है कि भारत-पाक के बीच कश्मीर नहीं, बल्कि आतंकवाद मुद्दा है। पाकिस्तान में अगर आतंक से अकेले लड़ने की हिम्मत नहीं है, तो वह भारत से मदद ले सकता है।
Created On :   2 Dec 2018 7:06 PM IST