एलएसी पर चीनी सेनाओं को हटाने की प्रक्रिया जटिल, लगातार सत्यापन की जरूरत : सेना

Removal of Chinese forces on LAC complicates, needs frequent verification: Army
एलएसी पर चीनी सेनाओं को हटाने की प्रक्रिया जटिल, लगातार सत्यापन की जरूरत : सेना
एलएसी पर चीनी सेनाओं को हटाने की प्रक्रिया जटिल, लगातार सत्यापन की जरूरत : सेना
हाईलाइट
  • एलएसी पर चीनी सेनाओं को हटाने की प्रक्रिया जटिल
  • लगातार सत्यापन की जरूरत : सेना

नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय सेना ने गुरुवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया जटिल है और इसके लगातार सत्यापन की आवश्यकता है।

सेना ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत राजनयिक और सैन्य स्तर पर नियमित बैठकों के माध्यम से सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है।

सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 15 घंटे लंबे विचार-विमर्श का दौर जो मंगलवार को शुरू हुआ और बुधवार को खत्म हुआ, भारतीय और चीनी सैन्य प्रतिनिधियों ने पूर्वी लद्दाख में पहले चरण में सेनाओं के पीछे हटने के कार्यान्वयन पर प्रगति की समीक्षा की और पूरी तरह से सेनाओं को हटाए जाने के संबंध में आगे के कदमों के बारे में चर्चा की।

बैठक में भारतीय प्रतिनिधि का मुख्य एजेंडा पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील और देपसंग क्षेत्रों से चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की सेना को पूरी तरह से हटाए जाने के बारे में था।

वार्ता मंगलवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे शुरू हुई और देर रात 2 बजे समाप्त हुई। भारतीय प्रतिनिधियों ने चीनी सैनिकों से पैंगोंग झील और देपसांग से पूरी तरह से हटने को कहा।

भारतीय सेना ने कहा कि भारत और चीन एलएसी पर मौजूदा स्थिति को दूर करने के लिए स्थापित सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से वार्ता में लगे हुए हैं।

सेना ने कहा, पीएलए और भारतीय सेना के कमांडरों ने 14 जुलाई 2020 को चौथे दौर की वार्ता के लिए भारतीय क्षेत्र की ओर चुशुल में एक बैठक की। यह बैठक चुशुल में 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिला प्रमुख मेजर जनरल लियू लिन के बीच हुई।

 

Created On :   16 July 2020 10:00 AM GMT

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