भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन!
- जी-20 शिखर सम्मेलन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस साल भारत आ सकते हैं। पुतिन भारत में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते है। राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन ने सोमवार को बताया कि वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन के नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने से इनकार नहीं किया। हालांकि अभी इसकी कोई ऑफिसियल पुष्टि नहीं हैं। भारत की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूसी राष्ट्रपति को औपचारिक रूप से आमंत्रित किया है। जिसे क्रेमलिन ने स्वीकार किया है। हालांकि, पुतिन अगर जी-20 में शामिल होते हैं तो सदस्य देशों के बीच का तनाव और अधिक बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली में G20
G20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित होगा। G20 शिखर सम्मेलन दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक मंच है।
G-20 ग्रुप में शामिल देश
G-20 देशों के समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा था कि मेजबान भारत सदस्य देशों को इस बात पर राजी करने की कोशिश कर रहा है कि जी-20 की बैठकों में रूस-यूक्रेन संघर्ष को युद्ध कहने के बजाए चुनौती या संकट कहकर संबोधित किया जाए। हालांकि, सदस्य देशों ने इस पर आपत्ति जताई जिसके बाद कोई सहमति नहीं बन पाई। भारत यह भी नहीं चाहता था कि जी-20 की बैठकों में यूक्रेन संकट और रूस पर प्रतिबंधों की चर्चा हो।
पेसकोव के हवाले से एक न्यूज एजेंसी तास ने कहा कि अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है. पेसकोव का कहना है कि रूस G20 में अपनी भागीदारी जारी रखता है हम इसे आगे भी जारी रखने का इरादा रखते हैं। पिछले साल इंडोनेशिया के बाली में G20 नेताओं के मंच पर रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) ने किया था. वहीं, 2020 और 2021 में पुतिन वीडियो लिंक के जरिए जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे।
आपको बता दें पुतिन ने पिछले दो सालों से जी-20 शिखर बैठकों में भाग नहीं लिया हे हैं लेकिन अब वे भारत में आयोजित शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं। इंडोनेशिया के बाली में आयोजित शिखर सम्मेलन में पुतिन ने हिस्सा नहीं लिया था। बाली में आयोजित जी -20 मीटिंग्स में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस आदि पश्चिमी देशों ने रूस की आलोचना की थी। इससे पहले साल 2021 में भी कोविड के कारण पुतिन रोम में आयोजित जी-20 सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे। भारत ने दुनियाभर की तमाम वैश्विक मंचों से रूसी हमले की निंदा नहीं की हैं, भारत अपने रूख पर बरकरार है। भारत रूस-यूक्रेन तनाव का हल शांतिपूर्ण ढंग से और कूटनीति के जरिए चाहता हैं।
Created On :   14 March 2023 8:54 AM IST