मप्र के सरकारी कन्या महाविद्यालयों में लगेंगी सैनेटरी नैपकीन मशीनें
भोपाल, 8 नवंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की कड़ी में राज्य के सरकारी कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन मशीनें लगाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के क्रियान्वयन के बाद छात्राओं और कर्मचारियों को सैनेटरी नैपकीन पाने और उन्हें नष्ट करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि उन्हें यह सुविधा जल्दी ही कॉलेज परिसर में ही मिलने लगेगी। राज्य के 73 कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीनें लगाई जानी हैं।
सूत्रों के अनुसार, विश्व बैंक पोषित मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के तहत राज्य के 73 कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन इंसीनेटर और सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीनें लगाए जाने को हरी झंडी दे दी गई है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त वेद प्रकाश ने महाविद्यालयों के प्राचार्यो को अनुमति भी दे दी है।
भारतीय परिवेश में कम उम्र की किशोरियां हो या अन्य युवतियां, वे अपनी निजी समस्याओं पर खुलकर बात करने में झिझकती हैं और अपनी स्वच्छता जैसे मसले में भी संकोच करती हैं। यही कारण है कि महिलाएं तमाम ऐसे रोगों की जद में आ जाती हैं, जिसे स्वच्छता के जरिए रोका जा सकता है। कन्या महाविद्यालयों में सैनेटरी नैपकीन की सुविधा होने पर बड़ी संख्या में छात्राएं इनका बेहतर और समय पर उपयोग कर सकेंगी।
बताया गया है कि सैनेटरी नैपकीन इंसीनेटर और सैनेटरी नैपकीन वेडिंग मशीन दोनों ही कन्या महाविद्यालय परिसर में लगेंगी। इससे जहां इंसीनेटर में उपयोग की गई नैपकीन को नष्ट किया जा सकेगा, वहीं वेडिंग मशीन से उन्हें नई नैपकीन मिल सकेगी।
राजधानी भोपाल के तीन कन्या महाविद्यालयों सहित राज्य के 73 महाविद्यालयों में ये मशीनें लगने वाली हैं। एक महाविद्यालय की एक छात्रा का कहना है कि कई बार उन्हें विषम परिस्थिति का सामना करना होता था, मगर यदि महाविद्यालय में ही सैनेटरी नैपकीन मिलने लगेगी और उसे नष्ट करने की सुविधा होगी तो यह उनके लिए बड़ी राहत की बात होगी। इसी तरह की सुविधा रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर भी हो तो और भी अच्छा होगा।
Created On :   8 Nov 2019 4:30 PM IST