सऊदी प्रिंस ने की पुलवामा हमले की कड़ी निंदा, 100 बिलियन डॉलर के निवेश का भी ऐलान
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस की इस घोषणा का स्वागत किया।
- सऊदी अरब के प्रिंस ने पुलवामा हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
- सऊदी अरब ने भारत में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करने का ऐलान भी किया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पुलवामा हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। इसके अलावा भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास दिखाते हुए सऊदी अरब ने भारत में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस की इस घोषणा का स्वागत किया। सऊदी अरब ये निवेश ऊर्जा, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, इंफ्रास्ट्रकचर, कृषि जैसे क्षेत्रों में करेगा। बता दें कि सऊदी प्रिंस भारत के दो दिवसीय दौरे के लिए मंगलवार को भारत पहुंचे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सऊदी प्रिंस से मुलाकात के बाद साझा बयान जारी किए। इस दौरान पीएम मोदी ने पिछले हफ्ते पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, यह बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है। इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है।
सऊदी क्राउन प्रिंस ने कहा कि आतंकवाद और कट्टरपंथ हमारी साझा चिंताएं हैं। मैं अपने मित्र भारत को बताना चाहता हूं कि हम आपके साथ सभी मोर्चों पर सहयोग करेंगे। चाहे खुफिया जानकारी साझा करने की बात ही क्यों न हो। हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
#WATCH India and Saudi Arabia issue a joint statement in New Delhi https://t.co/EVFPh51obv
— ANI (@ANI) February 20, 2019
पीएम मोदी और सऊदी अरब के प्रिंस के बीच मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि सऊदी अरब और भारत, दोनों देशों ने कड़े शब्दों में पुलवामा हमले की निंदा की, दोनों ही देश एक साझा रणनीतिक परिषद के गठन पर राजी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध पर, क्राउन प्रिंस ने सऊदी जेलों में बंद 850 भारतीय कैदियों की रिहाई का आदेश भी दिया है।
Ministry of External Affairs: The two leaders (PM Modi and Saudi Crown Prince Mohammed bin Salman) condemned in the strongest terms the recent terrorist attack on Indian forces in #Pulwama in Jammu Kashmir. pic.twitter.com/uAVbj6NyCX
— ANI (@ANI) February 20, 2019
दोनों देशों के बीच 5 समझौतों पर हस्ताक्षर:
- नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
- पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग पर भी एमओयू साइन
- दोनों देशों ने आवास के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक एमओयू साइन किया
- भारत के इन्वेस्ट इंडिया और सऊदी अरब के जनरल इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के बीच भी द्विपक्षीय निवेश संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग ढांचे पर हस्ताक्षर हुए
- प्रसार भारती और सऊदी ब्रॉडकास्ट को-ऑपरेशन के बीच भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए
पीएम मोदी के बयान की मुख्य बातें:
- भारत और सऊदी अरब के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सम्बन्ध सदियों पुराने हैं। और यह सदैव सौहार्द्रपूर्ण और मैत्रीपूर्ण रहे हैं। हमारे लोगों के बीच के घनिष्ठ और निकट संपर्क हमारे देशों के लिए एक सजीव सेतु यानि living bridge है।
- हिज मेजेस्टी की, और रॉयल हाईनेस आपकी, व्यक्तिगत रुचि और मार्गदर्शन से हमारे द्विपक्षीय सबंधों में और भी प्रगाढ़ता, मधुरता और शक्ति आई हैं।
- आज, 21वीं सदी में, सऊदी अरब, भारत के सबसे मूल्यवान स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स में है।
- आज हमने द्विपक्षीय संबंधों के सभी विषयों पर व्यापक और सार्थक चर्चा की है। हमने अपने आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का निश्चय किया है।
- हमारे ऊर्जा संबंधों को स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप में तब्दील करने का समय आ गया है। दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी और स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व में सऊदी अरब की भागीदारी, हमारे ऊर्जा संबंधों को बायर-सेलर रिलेशन से बहुत आगे ले जाती है।
- हम अक्षय ऊर्जा के क्षेत्रों में अपने सहयोग को मज़बूत करने पर सहमत हुए हैं। हम इंटरनेशनल सोलर अलायंस में सऊदी अरब का स्वागत करते हैं। परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग, विशेष रूप से वॉटर डिसेलिनेशन और स्वास्थ्य के लिए, हमारे सहयोग का एक और आयाम होंगे।
- पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर आतंकवादी हमला, इस मानवता विरोधी खतरे से दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी है।
- इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है।
- आतंकवाद का इंफ्रास्ट्रक्चर नष्ट करना और इसको समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है।
- मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस बारे में साझा विचार रखते हैं।
- पश्चिम एशिया और खाड़ी में शांति और स्थिरता सुनिचित करने में हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं। आज हमारी बातचीत में, इस क्षेत्र में हमारे कार्यों में तालमेल लाने और हमारी भागीदारी को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति बनी है।
- हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि काउंटर टेररिज्म, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में और मजबूत द्विपक्षीय सहयोग दोनों देशों के लिए लाभप्रद रहेंगे।
Created On :   20 Feb 2019 9:30 PM IST