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राहुल गांधी के बयान से शिवसेना नाराज, राऊत बोले- सावरकर का अपमान न करें

हाईलाइट
- राउत ने कहा कि गांधी-नेहरु की तरह सावरकर ने भी देश के लिए बलिदान दिया
- देवेंद्र फडणवीस ने कहा- खुद को ‘गांधी’ समझने की भूल न करें राहुल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोग से शिवसेना की सरकार बने अभी एक पखवाड़ा ही बीता है कि दोनों दलों के वैचारिक मतभेद लगातार सामने आ रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान से शिवसेना की मुश्किल बढ़ गई हैं। हालांकि इस बार पार्टी ने थोड़ा कड़ा रुख अपनाते हुए राहुल को नसीहत दी है।
विर सावरकर हे महाराष्ट्राचेच नव्हे तर देशाचे दैवत आहे.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
सावरकर नावात राष्ट्राभिमान आणि स्वाभिमान आहे. नेहरू ,गांधी यांच्या प्रमाणेच सावरकर यांनी स्वातंत्र्यासाठी जीवनाचा होम केला. अशा प्रत्येक दैवताचा सन्मान करायला हवा.इथे तडजोड नाहीत.
जय हिंद
नई दिल्ली में पार्टी की रैली में राहुल गांधी ने ‘रेप इंडिया’ वाले अपने बयान को लेकर कह दिया कि ‘उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है, वह कभी माफी नहीं मांगेंगे।’ इस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने उन्हें नसीहत दे डाली कि ‘हम नेहरू-गांधी का भी सम्मान करते हैं। आप वीर सावरकार का अपमान मत करो। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती।’ उन्होंने कहा कि ‘सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए देवता हैं।’ राउत ने कहा है कि ‘नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए बलिदान दिया था।’
आम्ही पंडित नेहरू,महात्मा गांधी यांना मानतो तुम्ही वीर सावरकरांचा अपमान करू नका.सुज्ञांस अधिक सांगणे न लगे.
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
जय हिंद
पूरे देश से माफी मांगे राहुल: फडणवीस
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि वे स्वतंत्र वीर सावरकर के नाम की भी बराबरी नहीं कर सकते। खुद को ‘गांधी’ समझने की भूल न करें। भाजपा नेता ने ट्विट कर कहा कि सावरकर ने अपना पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित कर दिया। उनके लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल देशभक्तों का अपमान है। इसके लिए राहुल गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
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