'मुद्दों पर दिखाएं आक्रामकता, सांसदों पर नहीं' : अरुण जेटली की साथी सांसदों को नसीहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद कि कार्यवाही के दौरान होने वाली बहसों में आए दिन सांसदों के बीच तीखी नोंक झोंक देखने को मिलती है। कार्यवाही के दौरान सांसद बहस करते हुए आक्रामक रवैया इख्तियार कर लेते हैं इसी को संज्ञान में रखते हुए अरुण जेटली ने साथी सांसदों को एक सुझाव दिया है। केन्द्रीय वित्त मंत्री ने कहा है कि मेरे साथी सांसद सदस्यों को किसी मुद्दे के प्रति आक्रामक होना चाहिए ना कि लोगों के प्रति। उन्होंने कहा कि संसद में बहस के दौरान यदि किसी व्यक्ति को एक विधायक या सांसद द्वारा निशाना बनाया जाता है, तो जनता का एक छोटा हिस्सा उस शो का आनंद उठाता है। उन्होंने सांसदों को बहस के विभिन्न विषयों पर उनके विचारों को सुदृढ़ करने के लिए ध्वनि अनुसंधान में अपना समय निवेश करने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा दुनिया भर में संसद में, फोकस एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि बहस के विषय पर होता है।
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गंभीर बहसों को कम और हंगामों को अधिक कवरेज देता है मीडिया
संसद के केंद्रीय हॉल में सांसदों और विधायकों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि सदन में होने वाली गंभीर बहसों को कम ध्यान दिया जाता है वहीं संसद में होने वाले हंगामे को मीडिया भी अधिक कवरेज देता है। वित्त मंत्री ने आगे टैक्स के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि, "सभी राज्यों को केंद्रीय करों का एक समान हिस्सा मिलता है, और जो लोग इस बात का झूठा दावा करते हैं, वे केवल "झूठे प्रचार" फैल रहे हैं और कुछ नहीं।" उन्होंने साथी संसादों को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें बयानों से बचना चाहिए क्योंकि जो लोग दूसरों के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने में विफल होते हैं अक्सर उनकी विश्वसनीयता में कमी आ जाती है।
Created On :   11 March 2018 7:52 PM IST