10वीं के छात्रों को नहीं मिलेगा वैकल्पिक परीक्षा का अवसर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, 27 जून (आईएएनएस)। कोरोना के कारण उतपन्न हुई परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए परीक्षाएं रद्द कर चुकी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इस निर्णय के उपरांत दसवीं के छात्रों के लिए परीक्षाओं में शामिल होने का कोई अवसर नहीं होगा। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, माहौल में सुधार होते ही सीबीएसई कक्षा बारहवीं के छात्रों के लिए उन विषयों में एक वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करेगा, जिनके लिए परीक्षा पहली जुलाई से 15 जुलाई, 2020 तक आयोजित की जानी थी।
उन्होंने कहा, जिन उम्मीदवारों के परिणाम मूल्यांकन योजना के आधार पर घोषित किए जाएंगे उन्हें, यदि वे चाहें तो, अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए इन वैकल्पिक परीक्षाओं में उपस्थित होने की अनुमति दी जाएगी। निशंक ने कहा, दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए आगे कोई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी और मूल्यांकन योजना के आधार पर सीबीएसई द्वारा घोषित परिणाम को अंतिम माना जाएगा।
वैकल्पिक परीक्षा में शामिल होने का अवसर केवल 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए उपलब्ध है। दसवीं कक्षा के छात्रों के पास अब ऐसा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि दसवीं कक्षा की शेष रह गई कोई भी परीक्षा अब नहीं करवाई जाएगी। सीबीएसई द्वारा घोषित किया गया परीक्षा परिणाम ही दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए अंतिम माना जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पहली जुलाई से 15 जुलाई, 2020 तक बारहवीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षा आयोजित नहीं करने और छात्रों की सुरक्षा चिंताओं को प्राथमिकता देने के सीबीएसई के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के प्रति भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, दसवीं और बारहवीं दोनों कक्षाओं के परीक्षा परिणाम की घोषणा के लिए सीबीएसई की सक्षम समिति द्वारा सुझाई गई मूल्यांकन योजना के आधार पर रद्द की गई परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन योजना के आधार पर नतीजे 15 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे, ताकि छात्र उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकें।
Created On :   27 Jun 2020 11:31 AM GMT