सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद नवल किशोर
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी उपचुनाव परिणामों के बाद सूबे की राजनीति में घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। उपचुनावों में हार के बाद योगी सरकार को एक और झटका लगा है। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के दामाद नवल किशोर ने शनिवार को समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री आजम खान भी इस मौके पर मौजूद रहे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता की, जिसमें नवल शाक्य भी पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने अखिलेश यादव को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंटकर उपचुनाव में जीत के लिए बधाई दी।
पूर्व सीएम ने इस मौके पर कहा, “यह हमारी पार्टी में आ रहे हैं। मगर हम इनको यहां नहीं बल्कि सभा में शामिल कराएंगे।” अखिलेश ने इस जीत पर बोले, “सबसे बड़ा फायदा यह हुआ है कि वह (सीएम) विकास की ओर बढ़ने लगे हैं। अब वह डिजिटल इंडिया की बातें कर रहे हैं। विकास कार्यों में रुचि दिखा रहे हैं।” नवल किशोर के अलावा बीएसपी के पूर्व विधायक इरशाद खान और पूर्व एमएलसी प्रदीप सिंह ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।
गौरतलब है कि फरवरी में स्वामी प्रसाद मौर्य के भतीजे प्रमोद मौर्य ने सपा का दामन थामा था। उस दौरान उन्होंने कहा था कि भाजपा पिछड़े वर्ग की विरोधी है, बीजेपी सरकार में उनके समाज का शोषण हो रहा है। इसी कारण वो भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य कभी बहुजन समाज पार्टी के टॉप लीडर्स में से एक थे। 2017 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मौर्य ने अपने कई समर्थकों संग बीजेपी जॉइन कर ली थी। कहा जाता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीएसपी में अपने दामाद नवल किशोर को टिकट दिलाना चाह रहे थे लेकिन मायावती इस पर राजी नहीं थीं, इससे नाराज होकर मौर्य ने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी जॉइन कर ली।
गौरतलब है कि, चार दिन पहले राज्यसभा का टिकट नहीं मिलने से नाराज नरेश अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी का हाथ थाम लिया था। वहीं, बीते तीन महीने के सियासी हालात को देखें तो भाजपा और बसपा के कई नेता सपा में शामिल हुए हैं। भाजपा के पूर्व विधायक शम्भू चौधरी और नंद किशोर मिश्र, बसपा के पूर्व विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी और बसपा से जिलाध्यक्ष रहे तहसीन सिद्दीकी ने जनवरी में समाजवादी पार्टी का दामन थामा था।
Created On :   17 March 2018 5:48 PM IST