घाटी में कश्मीरी हिंदुओं का पलायन, हिंदुओं को सता रहा है हत्या का डर, हालात पर सरकार में भी तनाव, गृहमंत्रालय की बड़ी बैठक

The exodus of Kashmiri Hindus in the valley, the fear of murder is persecuting the Hindus
घाटी में कश्मीरी हिंदुओं का पलायन, हिंदुओं को सता रहा है हत्या का डर, हालात पर सरकार में भी तनाव, गृहमंत्रालय की बड़ी बैठक
घाटी में तनाव घाटी में कश्मीरी हिंदुओं का पलायन, हिंदुओं को सता रहा है हत्या का डर, हालात पर सरकार में भी तनाव, गृहमंत्रालय की बड़ी बैठक
हाईलाइट
  • घाटी में अंशाति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जब से जम्मू कश्मीर में विशेष दर्जा प्राप्त धारा 370 हटी है तब से कुछ लोग इसे लेकर लगातार केंद्र  सरकार का विरोध कर रहे है। जबकि बीजेपी की केंद्र सरकार इसे  एकजुट देश के हित में बताती रही है। एक माह के भीतर ही गोली मारकर की गई आठ हत्याओं को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्य और केंद्र पुलिस के उच्चस्तरीय अधिकारियों के साथ स्थितियों पर मंथन करना शुरू कर दिया है। खबरों के मुताबिक दो दिन से गृहमंत्री और एनएसए चीफ अजीत डोभाल के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। घाटी में हत्या की घटनाओं को लेकर बीजेपी की ओर पाकिस्तानी साजिश होने का दावा किया जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा स्थापित की जा रही शांति के माहौल में डर पैदा करने की साजिश की जा रही है।  

                                         

कुछ दिन तक घाटी में बनी शांति अचानक अंशाति में तब्दील होती दिखाई दे रही है। उसमें भी कुछ लोग कुछ दिन पहले आई फिल्म कश्मीर फाइल्स को अंशाति भड़काने के लिए घाटी में जिम्मेदार ठहरा रहे है। लगातार हो रही टारगेट किलिंग के डर से धरती का स्वर्ग कहे जाने वाली कश्मीर घाटी में एक बार फिर 1990 का दौर पुन: लौट रहा है। एक महीने के भीतर हुई आठ हत्याओं से मानों ऐसा लग रहा है कि  बर्फीली सफेद चादर पर खूनी आतंकवाद फिर पैर पसार रहा है। 

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कश्मीर में हो रही हत्याओं को लेकर  केंद्र सरकार पर निशाना साधा 


 पिछले साल की 8 जून को सरपंच अजय पंडित की हत्या से शुरू हुई टारगेट किलिंग का सिलसिला एक साल बाद भी रूकने नहीं जा रहा है। आज तक निजी न्यूज चैनल के मुताबिक  हत्या के डर से कर्मचारियों का कहना है कि अब कश्मीर का माहौल रहने के माकूल नहीं रहा।  सुरक्षाबलों पर लगातार फायरिंग हो रही है, चुन चुन कर कर्मचारियों कामगारों की  टारगेट किलिंग की जा रही है। इस डर से गैरमुस्लिम कर्मचारी और कश्मीरी पंडित सरकार से मदद की आस लगाए हुए है। हालांकि हाल ही सरकार ने हिंदू कर्मचारियों को मुख्य शहर कार्य़लयों में पदस्थ कर सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है वो भी अब फीका पड़ता हुआ नजर आ रहा है। हत्या के डर से इनमें से कुछ कर्मचारियों के समूहों ने सरकार को सामूहिक इस्तीफा भी दे दिया है। 

राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा जम्मू कश्मीर के कुलगाम में कार्यरत हनुमानगढ़, राजस्थान के निवासी श्री विजय कुमार की आतंकियों द्वारा हत्या घोर निंदनीय है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिवार को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं। NDA सरकार कश्मीर में शांति बहाल करने में असफल रही है। केन्द्र सरकार कश्मीर में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। हमारे नागरिकों की इस तरह आतंकियों द्वारा हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी

घाटी में एक महीने के भीतर आठ लोगों की बेरहमीं से हत्या कर दी। जिनमें पांच नागरिक और तीन पुलिसकर्मी शामिल थे। जो अपनी ड्यूटी पर थे। आतंकियो ने 31 मई को एक हिंदू शिक्षिका रजनी बाला, इससे पहले 12 मई को राहुल भट्ट की बडगाम जिले की चदूरा तहसील कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी थी।

कश्मीर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मध्य कश्मीर के बडगाम ज़िले के चदूरा इलाके के मगरेपोरा में आतंकवादियों ने एक ईंट भट्ठे में काम कर रहे 2 बाहरी मजदूरों पर फायरिंग कर दी। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उनमें से एक ने दम तोड़ दिया

जम्मू-कश्मीर में हत्या की घटनाओं पर छत्तीसगढ़ सीएम  भूपेश बघेल ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर को  तीन टुकड़ों में बांट डाला। चुनी हुई सरकार को हटा कर राष्ट्रपति शासन लगाया...आज कश्मीरी पंडितों और हिन्दूओं को मारा जा रहा है। अगर सरकार अपने कर्मचारियों को सुरक्षा नहीं दे सकती तो नागरिकों को क्या देगी।

हत्या की घटनाओं पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि  ये दुखद है। 1990 में हमने ऐसा देखा था जहां आतंकवादियों द्वारा टारगेट किलिंग की गई थी...ऐसे आतंकवादियों के खिलाफ केंद्र सरकार सख़्त कार्रवाई कर रही है और आने वाले समय में और भी सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।

शिवसेना नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गृहमंत्री ने कल जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के साथ आपात बैठक बुलाई। सरकार कोशिश कर रही है लेकिन आज फिर वही स्थिति है जो 1990 में थी। सरकार ने कश्मीरी पंडितों के घर वापसी की बात की थी लेकिन 370 हटाने के बाद भी कश्मीर के हालात में कोई सुधार नहीं है

Created On :   3 Jun 2022 9:41 AM GMT

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