डीयू के कुछ कॉलेजों में छात्राओं के लिए अभी भी हैं एडमिशन के मौके

There are still admission opportunities for girl students in some colleges of DU
डीयू के कुछ कॉलेजों में छात्राओं के लिए अभी भी हैं एडमिशन के मौके
डीयू के कुछ कॉलेजों में छात्राओं के लिए अभी भी हैं एडमिशन के मौके
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नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध नॉन कॉलेजिएट वीमेंस एजुकेशन बोर्ड ( एनसीवेब ) के 26 सेंटर विभिन्न कॉलेजों में चल रहे हैं। इन सभी के एडमिशन कॉलेज स्तर पर हो रहे हैं। इस साल ईडब्ल्यूएस आरक्षण के कारण सीटों में इजाफा हुआ है। कई सेंटर्स का कहना है कि अभी भी उनके यहां सीट खाली हैं। हालांकि एनसीवेब ने अंडरग्रेजुएट कोर्सो में पांचवीं लिस्ट के बाद छठी लिस्ट आएगी भी या नहीं, अभी कुछ तय नहीं है।

इन कॉलेजों, सेंटरों पर सामान्य वर्गो की छात्राओं की सीटें कुछ कॉलेजों में बंद हो गई हैं, लेकिन कुछ कॉलेजों में अभी भी सामान्य वर्गो की छात्राओं की सीटें खाली हैं। इन कॉलेजों में एससी, एसटी ,ओबीसी व ईडब्ल्यूएस छात्राओं की कई सीटें अभी भी खाली पड़ी हुई हैं।

अरबिंदो कॉलेज के सेंटर प्रभारी प्रोफेसर हंसराज ने एनसीवेब की निदेशक डॉक्टर गीता भट्ट व उप निदेशक डॉ. उमाशंकर से मांग की है कि एनसीवेब की छात्राओं के लिए स्पेशल ड्राइव चलाने से पूर्व वह कॉलेजों से एडमिशन संबंधी आंकड़े मंगवाए। पता किया जाए कि पांचवीं लिस्ट तक कितने एडमिशन हुए हैं और कितनी सीटें खाली पड़ी हुई हैं। उसके बाद ही स्पेशल ड्राइव चलाया जाए।

प्रोफेसर हंसराज ने कहा, अभी भी कुछ कॉलेजों में सामान्य वर्गो की सीटें खाली हैं, क्योंकि कॉलेजों ने इन सीटों को भरने के लिए मार्क्‍स की छूट कम दी थी, जिससे उस परसेंटेज में छात्राएं नहीं आ पाईं। एनसीवेब में पांचवी कट ऑफ के बाद भी खाली सीटें रह गई हैं। इन खाली पड़ी सीटों में सबसे ज्यादा एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्राओं की हैं।

दिल्ली की वे छात्राएं जिन्हें रेगुलर कॉलेजों में एडमिशन नहीं मिला, उन छात्राओं को यह उम्मीद थी कि उनका एडमिशन रेगुलर में नहीं तो एनसीवेब में हो जायेगा, लेकिन यहां भी कुछ कॉलेजों में हाई कट ऑफ के चलते कहीं एडमिशन नहीं हो पाया। छात्राओं को अभी भी उम्मीद की एक किरण दिखाई दे रही है जिन्होंने कहीं भी एडमिशन नहीं लिया है, यदि स्पेशल ड्राइव व पर्सेटेज कम होता है तो उन्हें एनसीवेब में दिल्ली की छात्राओं को मौका मिल सकता है।

एनसीवेब में प्रति वर्ष करीब 12 हजार छात्राएं एडमिशन लेती थीं। लेकिन जब से ईडब्ल्यूएस कोटा बढ़ा है एनसीवेब में भी सीटें बढ़ी हैं। पहले प्रत्येक सेंटर पर 426 छात्राओं के लिए बीए व बीकॉम प्रोग्राम में सीटें थीं जो बढ़कर इस साल 586 हो गई हैं। इन सीटों के बढ़ने से एससी, एसटी, ओबीसी व ईडब्ल्यूएस सीटों में भी इजाफा हुआ है। इस तरह से 12 हजार सीटों से बढ़कर अब 15 ,236 सीटें हो गई है। इन सीटों को भरने के लिए बोर्ड ने पांच कट ऑफ जारी की जिसमें अभी भी बहुत से सेंटर पर आरक्षित श्रेणी की सीटें खाली पड़ी हुई हैं।

जीसीबी/एएनएम

Created On :   3 Dec 2020 1:30 PM GMT

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