तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट ने 90 सालों में पहली बार दिया संपत्ति का ब्यौरा, कई मल्टीनेशनल कंपनियों से कमाई में आगे है मंदिर

Tirupati temple is richer than these multinational companies, trust gave property details for the first time in 9 decades
तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट ने 90 सालों में पहली बार दिया संपत्ति का ब्यौरा, कई मल्टीनेशनल कंपनियों से कमाई में आगे है मंदिर
तिरुपति बालाजी की महिमा तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट ने 90 सालों में पहली बार दिया संपत्ति का ब्यौरा, कई मल्टीनेशनल कंपनियों से कमाई में आगे है मंदिर
हाईलाइट
  • दान पाने के मामले में दुनिया का सबसे अमीर मंदिर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आंध्रप्रदेश के तिरुमाला में स्थित देश के सबसे धनवान मंदिर के रुप में प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर की संपत्ति के आगे कई बहुराष्ट्रीय(मल्टीनेशनल) कंपनियां फेल हैं। मंदिर की प्रबंधक समिति तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने अपनी स्थापना (1933)  के 90 साल बाद पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति की घोषणा की है। जिसके मुताबिक मंदिर के पास कुल 2.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें बैंकों मे जमा 10.25 टन सोना, 2.5 टन सोने के आभूषण, 16 हजार करोड़ रुपये और कई भागों में स्थित परिसंपत्तियां शामिल हैं। 

तीन सालों में 2900 करोड़ की वृद्धि

इससे पहले साल 2019 में मंदिर ट्रस्ट के पास 7.4 टन सोना बैंकों में जमा था, इसके अलावा 13 हजार 25 करोड़ रुपये सावधि जमा के रुप में थे। इस लिहाज से देखें तो बीते 3 सालों में बैंको में जमा सोने में 2.9 टन और नकद रुपयों में 2 हजार 9 सौ करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है।

इन मल्टीनेशनल से ज्यादा है संपत्ति

तिरुपति मंदिर संपत्ति के मामले में देश के कई मल्टीनेशनल कंपनियों से ज्यादा है। स्टॉक एक्सचेंज के डाटा के अनुसार, मंदिर की नेटवर्थ देश की कई मल्टीनेशनल कंपनियों की तुलना में कहीं ज्यादा है। इन कंपनियों में विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले और ओएनजीसी शामिल हैं। विप्रो की मार्केट वेल्यू जहां 2.14 लाख करोड़ रुपये है तो वहीं अल्ट्राटेक सीमेंट की वैल्यू 1.99 लाख करोड़ रुपये है। 

इसके अलावा दुनिया के कई देश हैं जिनकी जीडीपी तिरुपति मंदिर ट्रस्ट की कुल संपत्ति से कम है। इन देशों में ताजिकिस्‍तान, मॉरीशस, दक्षिणी सूडान, नामीबिया, निकारगुआ, मंगोलिया, मालटा, माली, अफगानिस्‍तान, हैती, आइसलैंड, जिम्‍बॉब्‍वे, साइप्रस डॉमिनिका, सेशेल्‍स, एंटीगा एंड बारबुडा, भूटान, ग्रीनलैंड, फिजी, मालदीव्‍स, मोनाको, बरमूडा, गुयाना शामिल हैं।  

दान पाने के मामले में देश ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे अमीर मंदिर, 7 हजार 123 एकड़ में फैली परिसंपत्तियां

रोजाना करोड़ों का दान आने के कारण इस मंदिर को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। मंदिर के आसपास स्थित के स्थानों पर कुल 7 हजार 123 एकड़ में फैली कुल 960 परिसंपत्तियां हैं। इस मंदिर में चांदी और सोने के अलावा कीमती पत्थर, सिक्के, कंपनी के शेयर व संपत्तियां भी दान की जाती हैं। जानकारी के मुताबिक यहां हर माह दान के रुप में 200 से 250 करोड़ रुपये आते हैं।  

Created On :   7 Nov 2022 9:02 AM GMT

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