आधार हेल्पलाइन नंबर विवाद: UIDAI ने कहा- अफवाहों से दूर रहें, आपका डाटा सेफ है
- UIDAI ने उन लोगों की निंदा की जो अपने निहित हितों के लिए आधार को लेकर भ्रम फेलाने की कोशिश कर रहे थे।
- UIDAI ने कहा कि आधार का विरोध करने वाले गूगल से हुई गलती का इस्तेमाल आधार के खिलाफ डर फैलाने के लिए कर रहे हैं।
- कुछ लोगों के निहित हितों के लिए फैलाई जा रही ऐसी अफवाहों से लोगों को दूर रहना चाहिए।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने मोबाइल फोन्स में आए अपने हेल्पलाइन नम्बर को लेकर बयान जारी किया है। इस बयान में UIDAI ने कहा है कि महज कुछ मोबाइलों में आधार के लिए हेल्पलाइन नम्बर आ जाने से नागरिकों के डाटा को नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता। UIDAI ने यह भी कहा है कि अपने निहित हितों के लिए कुछ लोग आधार को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। अफवाहों से दूर रहें, आपका डेटा सेफ है। गौरतलब है कि गूगल की चूक की वजह से कुछ एंड्रॉयड मोबाइल में UIDAI का हेल्पलाइन नंबर दिखाई दे रहा था, जिसके बाद ऐंड्रॉयड फोन के अनाधिकृत ऐक्सेस को लेकर UIDAI पर सवाल खड़े हो रहे थे।
UIDAI की तरफ से कहा गया, "यह पूरी तरह से झूठा प्रचार है। आधार का विरोध करने वाले गूगल से हुई गलती का इस्तेमाल आधार के खिलाफ डर फैलाने के लिए कर रहे हैं। यह स्पष्ट रूप से समझा जाना चाहिए कि सिर्फ एक हेल्पलाइन नंबर (जो कि पुराना और इनवेलिड भी है) के मोबाइल की कॉन्टेक्ट लिस्ट में आ जाने से नुकसान नहीं पुहंचाया जा सकता। UIDAI ने ये भी कहा कि आधार का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है। कुछ लोगों के निहित हितों के लिए फैलाई जा रही ऐसी अफवाहों से लोगों को दूर रहना चाहिए।"
This is totally false propaganda and is nothing but scare-mongering against Aadhaar by vested interests trying to exploit Google’s act to spread misinformation about Aadhaar by scaring people. 8/n
— Aadhaar (@UIDAI) August 5, 2018
बता दें कि इन अफवाहों की शुरुआत तब हुई थी जब खुद को एक फ्रेंच सिक्यॉरिटी रिसर्चर बताने वाले एलियट ऐल्डरसन ने ट्विटर पर लिखा था, ""कई लोग जो अलग-अलग टेलीकॉम ऑपरेटर की सिम इस्तेमाल करते हैं। इसमें कुछ लोगों के पास आधार है और कुछ के पास नहीं। उनके मोबाइल में बिना किसी जानकारी के यूआईडीएआई के नाम से एक नंबर सेव बता रहा है, कैसे?"" इस ट्वीट के बाद बहुत से लोगों ने अपने एड्रेस बुक का स्क्रीनशॉट शेयर करना शुरू कर दिया था।
इस मामले के सामने आने के बाद ट्विटर पर UIDAI की तरफ से कहा गया था उसने किसी भी टेलीकॉम कंपनी को अपना हेल्पलाइन नंबर यूजर्स के कॉन्टैक्ट लिस्ट में फीड करने को नहीं कहा है। फोन में जो नंबर सेव हुआ है वह 1800-300-1947 है। यह हेल्पलाइन नंबर पुराना है और इनवैलिड भी। UIDAI का नया टोल फ्री नंबर 1947 है। UIDAI ने कहा था कि यह लोगों के बीच असमंजस पैदा करने के लिए किया गया काम है।
वहीं गूगल की तरफ से बयान जारी कर बताया गया है कि उसकी चूक की वजह से एंड्रॉयड मोबाइल में UIDAI का हेल्पलाइन नंबर दिखाई दे रहा था। गूगल प्रवक्ता ने कहा था कि हेल्पलाइन नंबर 1800-300-1947 और आपदा हेल्पलाइन नंबर 112 अनजाने में ऐंड्रॉयड के सेटअप विजार्ड में कोड कर दिया गया था और भारत के फोन निर्माता कंपनियों (OEMs) के लिए इसे जारी कर दिया गया था। तब से यह मोबाइल फोन यूजर्स के कॉन्टैक्ट लिस्ट में हैं। गूगल ने कहा था कि यह ऐंड्रॉयड फोन के अनाधिकृत ऐक्सेस का मामला नहीं है।
Created On :   5 Aug 2018 8:53 PM IST