29 साल के 'मठ राज' को 29 साल के युवा ने धोया
डिजिटल डेस्क, फूलपुर/गोरखपुर। उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीट गोरखपुर और फूलपुर में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है। सीएम योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर से एसपी प्रत्याशी प्रवीन निषाद ने बीजेपी के उपेन्द्र शुक्ल को 21 हजार 881 वोटों से हरा दिया। वहीं फूलपुर में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नागेंद्र पटेल ने 59 हजार से भी अधिक वोटों से जीत हासिल की।
बता दें कि गोरखपुर सीट सीएम योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी जबकि फूलपुर सीट डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की वजह से खाली हुई थी। दोनों सीटों पर शुरुआती दौर में कांटे की टक्कर देखने को मिली। लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों ने भारी उलटफेर कर दिया। राजनीतिक जानकारों की मानें तो दोनों ही सीटों पर समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच गठजोड़ और कम वोटिंग का असर साफ देखने को मिला है।
गोरखपुर
- गोरखपुर-लोकसभा उपचुनाव में एसपी प्रत्याशी प्रवीण कुमार निषाद ने 4,56,513 मत पाकर जीत हासिल की। बीजेपी के उपेंद्र शुक्ल को 434625 मत मिले।
- गोरखपुर की सीट करीब 3 दशकों तक बीजेपी के ही कब्जे में थी।
- यहां 29 सालों के बाद समाजवादी पार्टी ने बीजेपी का किला ढहा दिया।
- गोरखपुर में 47.45 फीसदी वोटिंग हुई, वहीं फूलपुर में 37.39 फीसदी मतदान हुआ है।
- 2014 में इन दोनों सीटों पर बीजेपी ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।
- 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान फूलपुर में 50.20 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि गोरखपुर में 54.64 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
फूलपुर
- फूलपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने भारी अंतर से जीत दर्ज कर लिया है। एसपी प्रत्याशी नागेन्द्र पटेल ने 59,613 मतों से जीत हासिल की।
- उन्हें कुल 3,42,796 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी कौशलेन्द्र पटेल को 2,83,183 वोट मिले।
किसने क्या कहा
योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर के पूर्व सांसद रहे सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "हम जनता के फैसले का सम्मान करते हैं। यह परिणाम उम्मीद से परे है। हम जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगे। मैं जीते हुए उम्मीदवारों को बधाई देता हूं।"
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अचानक बीएसपी और एसपी के बीच सौदेबाजी रूपी गठबंधन को समझने में कहीं ना कहीं गलती हुई। उन्होंने कहा कि ये हार हमारे अतिआत्मविश्वास की वजह से हुआ है।
अखिलेश यादव
एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, "सीएम और डेप्युटी सीएम की सीटों पर भी जनता में नाराजगी है। कर्जमाफी की बात हुई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। बेरोजगारी बढ़ गई। जीएसटी और नोटबंदी ने रोजगार छीने तो कानून और संविधान की धज्जियां उड़ाईं गईं, इसी का जनता ने जवाब दे दिया।"
अखिलेश ने बीएसपी नेता मायावती को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, देश की महत्वपूर्ण लड़ाई में मायावती का साथ मिला। इसके अलावा अखिलेश ने निषाद पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी, आरएलडी और पीस पार्टी जैसे दलों को भी धन्यवाद दिया।
गोरखपुर से कैंडिडेट?
बीजेपी : उपेंद्र दत्त शुक्ला
सपा+बसपा : प्रवीण निषाद
कांग्रेस : डॉ. सुरहिता चटर्जी करीम
फूलपुर से कैंडिडेट?
बीजेपी : कौशलेंद्र सिंह पटेल
सपा+बसपा : नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल
कांग्रेस : मनीष मिश्रा
गोरखपुर में बायपोल क्यों?
गोरखपुर लोकसभा सीट उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सीट है। 2014 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से योगी आदित्यनाथ सांसद बने थे। इसके बाद मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बन गए और उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। योगी आदित्यनाथ ने 2014 में समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट राजमति निषाद को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। बता दें कि 1991 से ही गोरखपुर सीट बीजेपी के पास है और इसे यूपी की VVIP सीटों में गिना जाता है।
फूलपुर में बायपोल क्यों?
2014 के लोकसभा चुनावों में फूलपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्या ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट धरम राज सिंह पटेल को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। मार्च 2017 में केशव प्रसाद मौर्या को योगी सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया, जिसके बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। बता दें कि फूलपुर सीट से ही भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सांसद थे।
Created On : 14 March 2018 1:59 PM