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दैनिक भास्कर हिंदी: ऐश्वर्या के मीम पर चौतरफा घिरे विवेक, महिला आयोग ने मांगा जवाब, NCP बोली - गिरफ्तार करो
हाईलाइट
- एक्टर विवेक ओबेरॉय विवादों में फंस गए हैं
- विवेक ने ऐश्वर्या बच्चन को लेकर एक मीम शेयर किया जिसपर लोगों ने उनकी आलोचना की है
- विवेक ने कहा मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ भी गलत किया है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक में मुख्य किरदार निभाने वाले एक्टर विवेक ओबेरॉय विवादों में फंस गए हैं। विवेक ने सोमवार को सलमान खान, ऐश्वर्या बच्चन और खुद को लेकर एक मीम शेयर किया जिसपर लोगों ने उनकी आलोचना की है। वहीं महिला आयोग ने उनसे जवाब मांगा है। इसपर सफाई देते हुए विवेक ने कहा, लोग मुझसे माफी मांगने कह रहे हैं। मुझे माफी मांगने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन मुझे बताएं कि मैंने क्या गलत किया है? अगर मैंने कुछ गलत नहीं किया है तो मैं माफी क्यों मांगूगा। मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ भी गलत किया है। इसमें गलत क्या है? किसी ने मीम को ट्वीट किया और मैं इस पर हंस पड़ा।
Haha! creative! No politics here....just life
— Vivek Anand Oberoi (@vivekoberoi) May 20, 2019
Credits : @pavansingh1985 pic.twitter.com/1rPbbXZU8T
विवेक ने कहा, मुझे नहीं पता कि लोग इसे क्यों एक बड़ा मुद्दा बना रहे हैं। किसी ने मुझे एक मीम भेजा, जिसमें मेरा मजाक उड़ाया गया था। मैं इस पर हंसा और मैंने उस व्यक्ति की उसकी रचनात्मकता के लिए तारीफ भी की। अगर कोई आपका मजाक उड़ाता है तो आपको इसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। मीम में जिन लोगों को लिया गया है, उन्हें कोई समस्या नहीं है, लेकिन बाकी लोगों को है। काम करने जाते हैं नहीं और बिना किसी मुद्दे के ऊपर नेतागिरी शुरु कर देते हैं। दीदी ने किसी को मीम के लिए सलाखों के पीछे डाल दिया था, लोग को लगता है कि मुझे भी सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए। वह मेरी फिल्म को रोक नहीं पाए, अब वो जेल में डालने की कोशिश कर रहे हैं।
Rekha Sharma, NCW chairperson: We would like him (Vivek Oberoi) to apologise on social media & personally also to the person concerned. If he doesn't do, we will see what legal action can we take against him. We will be talking to Twitter to remove that tweet immediately. pic.twitter.com/h6st5jgbqQ
— ANI (@ANI) May 20, 2019
नेशनल कमीशन फॉर वुमन और महाराष्ट्र स्टेट कमीशन फॉर वुमन द्वारा नोटिस भेजे जाने पर विवेक ने कहा, मैं दोनों कमीशन से मिलना चाहता हूं। मैं खुद को उनके सामने पेश करना चाहता हूं और उन्हें सबकुछ बताना चाहता हूं। मुझे नहीं लगता कि मैंने कुछ भी गलत किया है। बता दें कि इस ट्वीट को लेकर सोनम ने भी विवेक पर निशाना साधा था। इस पर सोनम को जवाब देते हुए विवेक ने कहा, आप अपनी फिल्मों में थोड़ा कम ओवरएक्ट करें और सोशल मीडिया पर थोड़ा कम ओवररिएक्ट करें। मैं पिछले दस साल से महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि इससे किसी की भावनाएं आहात हुई है।
नेशनल कमीशन फॉर वुमन ने नोटिस में लिखा है कि मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि आपने (ओबेरॉय) एक महिला और एक नाबालिग बच्ची की तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की है और उनका अपमान किया है। आपने एक मीम के जरिए एग्जिट पोल को एक महिला के निजी जीवन से बेतुके तरीके से तुलना की है। यह पोस्ट उस महिला के प्रति अपमान को भी दर्शाता है। ऐसे में आपसे स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी इस मीम को लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी। NCP ने कहा था, कोई एक पद्मश्री सम्मानित शख्स के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकता है? नेशनल और स्टेट वुमन कमीशन क्या कर रहा है? विवेक के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए। उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।
बता दें कि रविवार को लोकसभा एग्जिट पोल पर लोग अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी कड़ी में ऐक्टर विवेक ओबेरॉय ने भी एग्जिट पोल को लेकर एक मीम शेयर किया था। मीम में सलमान खान, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन के अलावा उनकी बेटी भी दिखाई दे रही है, जिससे लोग काफी नाराज हुए हैं और इसे अनुचित बताया है। खुद के अलावा 4 अन्य लोगों की निजी जिंदगी को मजाक बनाने के लिए उनको ट्रोल भी किया जा रहा है।
दरअसल मीम में ओपिनियम पोल, एग्जिट पोल और रिजल्ट को तीन हिस्सों में बांटा है। ओपिनियन पोल में ऐश्वर्या सलमान के साथ नजर आ रही हैं, जबकि एग्जिट पोल में ऐश्वर्या विवेक ओबेरॉय के साथ और नतीजों में वह अभिषेक बच्चन और आराध्या के साथ नजर आ रही हैं। विवेक ने इस मीम को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा था, 'हाहा, क्रिएटिव! यहां कोई राजनीति नहीं... केवल लाइफ'।
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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