ऑपरेशन सिंधु: जंग के बीच फंसे 161 भारतीय नागरिकों की वतन वापसी, इजरायल से पहली फ्लाइट यात्रियों को लेकर पहुंची दिल्ली

जंग के बीच फंसे 161 भारतीय नागरिकों की वतन वापसी, इजरायल से पहली फ्लाइट यात्रियों को लेकर पहुंची दिल्ली
  • ईरान-इजरायल जंग में फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी
  • दिल्ली पहुंची फ्लाइट
  • वतन वापसी के बाद लोगों ने जाहिर की खुशी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान और इजरायल जंग के बीच फंसे भारतीय लोगों की 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत वापसी करवाई जा रही है। मंगलवार को इजरायल से 161 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली फ्लाइट दिल्ली सुरक्षित पहुंची है। जानकारी के मुताबिक, पहले लोगों जॉर्डन ले जाया गया और फिर फ्लाइट से निकाला गया।

ऑपरेशन सिंधु पर केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन ने कहा कि आज इजराइल से दूसरी फ्लाइट 22 अलग-अलग राज्यों के 165 यात्रियों को लेकर यहां उतरी है। मैंने भारत सरकार की ओर से उनका स्वागत किया। वे सभी देश वापस आकर बहुत खुश हैं। हमारी प्राथमिकता अपने नागरिकों को निकालना है।

'वहां की स्थिति अच्छी नहीं थी'

भारत लौट अरविंद शुक्ला ने कहा कि, मैं इजराइल से आ रहा हूं और हमारी फ्लाइट जॉर्डन से थी आधे घंटे पहले यहां पहुंचे हैं। मैं पिछले साल सितंबर में वहां गया था मैं विद्यार्थी हूं। वहां स्थिति अच्छी नहीं थी हमारे सिर के ऊपर से मिसाइले जाती थी और थोड़ा डर का माहौल था। हम एक छात्रावास में रह रहे थे। रातभर सायरन सुनाई देती थी फिर हम बंकरों की ओर भागते थे। लेकिन अन्य स्थानों की तुलना में, जहां मैं था, वहां की स्थिति थोड़ी बेहतर थी। मैं जेरूसुलम में था। फिर भी चीजे डरावनी थी। हम भारत सरकार के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमें वहां से निकाला, भारतीय दूतावास और वहां के सभी अधिकारियों के आभारी हैं। हमें भोजन, पानी और सभी सुविधाएं प्रदान की गईं।

ईरान से लौटीं टीचर

ईरान से भारत पहुंची बलजिंदर कौर ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। अपना देश अपना ही है। लेकिन वहां भी (ईरान में) हमें कभी कोई मुश्किल नहीं आई। पिछले कुछ दिनों में हालात बदल गए हैं, वरना हम वहां भी सुरक्षित रहते हैं। मैं 21 साल से वहां रह रही हूं। मैं वहां हिंदी टीचर के तौर पर काम करती हूं। यह गर्व की बात है कि जब भी देश या हमारे नागरिकों पर ऐसी कोई मुश्किल आती है, तो हमारी सरकार उनके साथ खड़ी होती है। हमारे राजदूत और पूरे दूतावास का बहुत धन्यवाद जिन्होंने हमें सुरक्षित यहां तक पहुंचाया।

Created On :   24 Jun 2025 10:46 AM IST

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