PM Modi Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने मन की बात के 124वें एपिसोड में किया लोगों को संबोधित, शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा पर जताया गर्व, जानें और किन बातों का किया जिक्र

पीएम मोदी ने मन की बात के 124वें एपिसोड में किया लोगों को संबोधित, शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा पर जताया गर्व, जानें और किन बातों का किया जिक्र
  • पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम में देश को कर रहे हैं संबोधित
  • मन की बात का आज है 124वां एपिसोड
  • शुभांशु शुक्ला के साथ अन्य अहम बातों पर दिया रिएक्शन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम संबोधित कर रहे हैं। ये मन की बात का 124वां एपिसोड है। मन की बात सीरीज साल 2014 में शुरू की गई थी। पीएम मोदी ने हाल ही में मालदीव की यात्रा की थी और वहां से वापस आए हैं। संसद में भी ऑपरेशन सिंदूर से लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे जैसे कई अहम मुद्दे चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऐसे में संसद में मानसून सत्र के बीच पीएम मोदी का पहला संबोधन है। शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष से वापस आने को लेकर भी उन्होंने बताया है कि देश के लिए ये एक गर्व की बात है। साथ ही देश के अन्य अहम मुद्दों पर भी प्रतिक्रिया दी है।

शुभांशु शुक्ला की वापसी पर पीएम मोदी ने क्या कहा?

पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला की वापसी पर कहा है कि, 'शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी को लेकर देश में बहुत चर्चा हुई। जैसे ही शुभांशु धरती पर सुरक्षित उतरे, लोग उछल पड़े, हर दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। पूरा देश गर्व से भर गया।'

भारत में विज्ञान को लेकर पीएम मोदी का बयान

पीएम मोदी ने देश में विज्ञान को लेकर कहा है कि, '21वीं सदी के भारत में आज विज्ञान एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है | कुछ दिन पहले हमारे छात्रों ने अंतर्राष्ट्रीय रसायन विज्ञान ओलंपियाड में पदक जीते हैं। देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी, इन चारों ने भारत का नाम रोशन किया। गणित की दुनिया में भी भारत ने अपनी पहचान को और मज़बूत किया है। ऑस्ट्रेलिया में हुए अंतर्राष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड में हमारे छात्रों ने 3 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किया है।'

देश के किलों का जिक्र करते हुए बताया ऐतिहासिक गवाह

पीएम मोदी ने देश के किलों को लेकर कहा है कि, 'देश के और हिस्सों में भी ऐसे ही अद्भुत किले हैं, जिन्होंने आक्रमण झेले, खराब मौसम की मार झेली, लेकिन आत्मसम्मान को कभी भी झुकने नहीं दिया। राजस्थान का चित्तौड़गढ़ का किला, कुंभलगढ़ किला, रणथंभौर किला, आमेर किला, जैसलमेर का किला तो विश्व प्रसिद्ध है। कर्नाटका में गुलबर्गा का किला भी बहुत बड़ा है। चित्रदुर्ग के किले की विशालता भी आपको कौतूहल से भर देगी कि उस जमाने में ये किला बना कैसे होगा।' वहीं, उन्होंने आगे कहा कि, '"UNESCO ने 12 मराठा किलों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में मान्यता दी है। 11 किले महाराष्ट्र में, 1 किला तमिलनाडु में। हर किले से इतिहास का एक-एक पन्ना जुड़ा है। हर पत्थर, एक ऐतिहासिक घटना का गवाह है।'

'अगस्त का महीना, क्रांति का महीना'- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में आगे कहा कि, 'अगस्त का महीना क्रांति का महीना। 1 अगस्त को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि होती है। इसी महीने, 8 अगस्त को गांधी जी के नेतृत्व में 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरुआत हुई थी। फिर आता है 15 अगस्त, हमारा स्वतंत्रता दिवस, हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं, उनसे प्रेरणा पाते हैं, लेकिन साथियो, हमारी आज़ादी के साथ देश के बंटवारे की टीस भी जुड़ी हुई है, इसलिए हम 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाते हैं।'

ओलंपिक के बाद सबसे बड़ा खेल आयोजन- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने ओलंपिक के बाद सबसे बड़े खेल आयोजन का किया जिक्र और कहा, 'विश्व पुलिस और अग्निशमन खेल’ दुनिया-भर के पुलिसकर्मी, अग्निशमन कर्मी, सुरक्षा से जुड़े लोग उनके बीच होने वाला खेल टूर्नामेंट में भारत ने क़रीब-क़रीब 600 मेडल जीते। 71 देशों में हम शीर्ष तीन में पहुंचे। मैं सभी खिलाड़ियों और कोचिंग टीम को बधाई देता हूं।'

पीएम मोदी ने किया ज्ञान भारतम मिशन का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा है कि, 'भारत सरकार ने इस वर्ष के बजट में एक ऐतिहासिक पहल की घोषणा की है, 'ज्ञान भारतम मिशन'। इस मिशन के तहत, प्राचीन पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण किया जाएगा। फिर एक राष्ट्रीय डिजिटल भंडार बनाया जाएगा, वहां पर दुनिया भर के छात्र और रिसर्चर्स भारत की ज्ञान परंपरा से जुड़ सकेंगे। मेरा आप सभी से भी आग्रह है कि अगर आप ऐसे किसी प्रयास से जुड़े हैं, या जुड़ना चाहते हैं, तो MyGov या संस्कृति मंत्रालय से जरूर संपर्क करें। ये सिर्फ पांडुलिपियां नहीं हैं, ये भारत की आत्मा के अध्याय हैं, जिन्हें हमें आने वाली पीढ़ियों को सिखाना है।'

नमो भारत पर भेज सकते हैं मैसेज

पीएम मोदी ने बताया है कि, आपने इंस्पायर मानक अभियान का नाम तो सुना होगा। इसमें हर स्कूल से 5 बच्चे चुने जाते हैं। चंद्रयान 3 के बाद इनकी संख्या बढ़ गई है। स्पेस सेक्टर में स्टार्टअप भी तेजी पकड़ रहा है। अगले महीने नेशनल स्पेस डे है और इसको कैसे मनाना चाहिए ये आप सभी नमो भारत के ऐप के जरिए मैसेज भेजकर बता सकते हैं।

Created On :   27 July 2025 12:02 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story