स्वर्णिम अध्याय: राम मंदिर परिसर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई

- प्राण प्रतिष्ठा शुरू होते ही सभी दिशाओं से मंत्रों की ध्वनि गूंजी
- 40 साल पुरानी नए संगमरमर के पत्थर का इस्तेमाल हुआ
- सिंहासन समेत सात फीट ऊंची होगी मूर्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के अयोध्या में आज बृहस्पतिवार को राम मंदिर परिसर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ इस भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। आज रामनगरी के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया। ब्रह्ममुहूर्त से ही मंदिर प्रांगण में पंडितों, आचार्यों और संतों का समवेत स्वर, शंखध्वनि और हवन की महक ने एक आध्यात्मिक वातावरण रच दिया था। प्राण प्रतिष्ठा शुरू होते ही सभी दिशाओं से वैदिक मंत्रों की ध्वनि गूंजना शुरु हुआ।
आपको बता दें आज गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर सुबह 11:25 से 11:40 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में राम दरबार समेत आठ देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हुई। गंगा दशहरा के दिन इसका सिद्ध योग भी था। इसी दिन रामेश्वरम की भी प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इसके पहले सुबह छह बजे से प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हुआ। सभी देवताओं का पूजन यज्ञमंडप में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी ने इस गरिमामयी क्षण को और भी दिव्य बना दिया। मुख्यमंत्री ने सभी देव विग्रहों का अभिषेक किया। इससे पहले सीएम ने हनुमानगढ़ी में भी दर्शन पूजन किया। सीएम तय समय पर सुबह 10.30 बजे अयोध्या पहुंच गए थे। रामकथा पार्क में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों और भाजपा पदाधिकारियों ने उनकी अगवानी की। इसके बाद राम दरबार की मूर्ति से आवरण रिमूव किया गया। राजा राम का आभूषणों से भव्य श्रृंगार किया गया। इस दौरान अयोध्या के 19 संत धर्माचार्य रहे ।
मिली जानकारी के मुताबिक सिंहासन समेत राम दरबार के मूर्ति की ऊंचाई कुल 7 फुट है। करीब साढ़े तीन फुट ऊंचा सिंहासन है, जबकि साढ़े चार फुट ऊंचा सीताराम का विग्रह है। मूर्ति सिंहासन पर स्थापित करने के बाद ऊंचाई एक से ड़ेढ फुट कम हो गई है। ऐसे में कुल ऊंचाई करीब 7 फुट तक होगी। वहीं हनुमान व भरत की मूर्ति बैठी मुद्रा में है, जिसकी ऊंचाई ढाई फुट है। लक्ष्मण व शत्रुघ्न की मूर्ति खड़ी मुद्रा में है, इसकी ऊंचाई तीन-तीन फुट है।
Created On :   5 Jun 2025 1:05 PM IST