कैश संकट : शिवराज सिंह ने साजिश बताया, तेजस्वी बोले- ये नोटबंदी घोटाले का असर

कैश संकट : शिवराज सिंह ने साजिश बताया, तेजस्वी बोले- ये नोटबंदी घोटाले का असर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश में एक बार फिर से कैश की कमी को देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि देश के कई हिस्सों में भारी कैश की कमी की शिकायतें सामने आ रही हैं, जिनमें मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के नाम शामिल हैं। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके पीछे साजिश बताया है। शिवराज ने कहा कि "देश में 16.5 लाख करोड़ रुपए के नोट छपकर आए थे, लेकिन 2000 के नोट कहां जा रहे हैं? इसके पीछे साजिश है।" वहीं तेजस्वी यादव ने कैश संकट को नोटबंदी घोटाले का असर है।


शिवराज ने क्या कहा?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने "कृषक समृद्धि योजना" का शुभारंभ करते हुए किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा "जब नोटबंदी हुई थी, तब 15 लाख करोड़ रुपए के नोट बाजार में थे और आज 16.5 लाख करोड़ रुपए के नोट छपकर बाजार में भेजे गए हैं, लेकिन दो-दो हजार के नोट कहां जा रहे हैं? कौन इन्हें दबाकर रख रहा है? कौन कैश का संकट पैदा कर रहा है? ये साजिश है।" उन्होंने आगे कहा "ये साजिश इसलिए की जा रही है, ताकि दिक्कतें पैदा हों। आज प्रदेश में कैश की कमी पैदा की जा रही है, इससे राज्य सरकार निपटेगी। राज्य सरकार इस पर सख्ती से कार्रवाई करेगी और इस बारे में हम केंद्र सरकार से भी बात कर रहे हैं।"

 

 

 



तेजस्वी ने बताया नोटबंदी घोटाले का असर

वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर सीधे-सीधे हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा "बिहार में पिछले कई दिनों से ज्यादातर एटीएम बिल्कुल खाली हैं। लोगों के सामने गंभीर संकट है। लोगों का बैंकों में जमा अपना पैसा भी बैंक जरूरत के हिसाब से उन्हें नहीं दे रहे हैं।" इस ट्वीट में तेजस्वी ने नोटबंदी को घोटाला बताता हुए कहा कि "नोटबंदी घोटाले का असर इतना व्यापक है कि बैंकों ने हाथ खड़े कर रखे हैं। नए नोट सर्कुलेशन से क्यों गायब हैं?"

कहां-कहां है कैश की कमी?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में पिछले काफी दिनों से कैश की कमी देखने को मिल रही है। ज्यादातर एटीएम में कैश ही नहीं है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना के कई शहरों में कैश की कमी की शिकायतें सामने आ रही हैं।

कब हुई थी नोटबंदी?

बता दें कि 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोटों पर बैन लगा दिया था। इसके बाद से ये नोट बैन हो गए थे। मोदी सरकार ने पुराने नोटों को बदलने के लिए 50 दिन यानी 30 दिसंबर 2016 तक का टाइम दिया था। नोटबंदी के पीछे सरकार का कहना था कि इससे ब्लैकमनी, आतंकी गतिविधी और करप्शन पर रोक लगेगी। मोदी सरकार के इस कदम का विपक्ष ने कड़ा विरोध किया था। नोटबंदी की सालगिरह पर भी विपक्ष ने इस दिन को "ब्लैक डे" के तौर पर मनाया था।

Created On :   17 April 2018 4:18 AM GMT

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