ट्रेन में सीट दिलाने के बहाने यात्रियों को लूटने वाला गिरोह धराया, दहेज प्रताड़ना में परिवार गिरफ्तार

Gang exposed Looted passengers on the name of taking seat in train
ट्रेन में सीट दिलाने के बहाने यात्रियों को लूटने वाला गिरोह धराया, दहेज प्रताड़ना में परिवार गिरफ्तार
ट्रेन में सीट दिलाने के बहाने यात्रियों को लूटने वाला गिरोह धराया, दहेज प्रताड़ना में परिवार गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रेलवे पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो यात्रियों को उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेन में सीट दिलाने का झांसा देकर लूटपाट करता था। आरोपी यात्रियों को जनरल डिब्बे में सीट पकड़वाने के बहाने सामान सहित लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) के यार्ड में ले जाते फिर चाकू की नोक पर उन्हें लूटकर फरार हो जाते। कई शिकायतों के बाद मामले की छानबीन में जुटी कल्याण जीआरपी की अपराध शाखा ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामले में गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोहम्मद चांद खान, अफजल खान, मोहम्मद अयूब खान और फरमान खान है। आरोपियों के खिलाफ 23 मई को एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता और दो दोस्तों के साथ कल्याण स्टेशन पर उत्तर प्रदेश जाने के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंचा था। इसी दौरान दो लोगों ने उनसे संपर्क किया और कुछ पैसों को बदले एलटीटी यार्ड से ट्रेन की बर्थ पर बिठाने का वादा किया। कल्याण में बेहद भीड़भाड़ होती है और यहां से ट्रेन में दाखिल होना भी मुश्किल होता है, इसलिए शिकायतकर्ता आरोपियों के झांसे में आ गया। आरोपी उन्हें एलटीटी ले गए और पटरियों के रास्ते यार्ड में चलने को कहा। लेकिन अंधेरे में पहुंचते ही आरोपियों ने दो और साथियों को बुला लिया फिर चारों के साथ मारपीट कर चाकू की नोक पर उनके पास से 3 मोबाइल और नकदी छीन लिए। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी खंगाले और आरोपियों की पहचान कर ली। इसके बाद सभी को नागपाडा इलाके से दबोच लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने इसी तरह लूटपाट की चार और वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। हालांकि इनमें से पुलिस के पास सिर्फ दो शिकायतें दर्ज कराईं गईं हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने लूटे गए 3 मोबाइल और 16 हजार 500 नकद बरामद कर लिए हैं। 
 

विवाहित आत्महत्या मामले में परिवार गिरफ्तार

इसके अलावा दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में पीड़िता के पति, सास, ससुर, ननद और देवर शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेशी के बाद तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। नालासोपारा इलाके के श्रीप्रस्था इलाके में रहने वाली 29 वर्षीय रेशमा सिंह ने 17 मई की शाम को आत्महत्या कर ली थी। रेशमा के पिता राजबहादुर सिंह ने उसके ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आईपीसी की धारा 304 (बी), 306, 498 (ए), 34 और 184 के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी। राजबहादुर का आरोप है कि ससुराल वाले उनकी बेटी पर लगातार मायके से पैसे लाने का दबाव बना रहे थे और इनकार करने पर उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। रेशमा ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी थी। लाख कोशिशों के बावजूद आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए तो रेशमा ने घर में लगे पंखे से ओढ़नी सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। राजबहादुर की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रेशमा के पति सुनील सिंह, सास उर्मिला सिंह, ससुर जितेंद्र बहादुर सिंह, देवर अनीष बहादुर सिंह और ननद मीनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेशी के बाद सभी आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। 

Created On :   29 May 2019 1:54 PM GMT

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