H-1B वीजा पर जेटली की ट्रंप सरकार से सीधी बात, भारतीयों को मिलेगा फायदा
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी दौरे पर गए भारतीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने H-1B वीजा पॉलिसी पर US की ट्रंप सरकार से सही फैसला करने को लेकर सीधी बात की है। अरुण जेटली ने कहा कि इस मामले में सही फैसला लेने की जरूरत है। कहा कि H-1B वीजा पर अमेरिका आने वाले भारतीय इलीगल इकोनॉमिक इमिग्रेंट्स नहीं हैं। जेटली ने कहा कि H-1B के मुद्दे पर भारत की जो चिंताएं हैं, उन्हें हम डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के सामने रख चुके हैं।
जानकारी के अनुसार H-1B नॉन इमीग्रेंट वीजा है। मगर जब जेटली से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- भारत से जो प्रोफेशनल्स H-1B पर अमेरिका आते हैं, वो वास्तव में हाई वैल्यू प्रोफेशनल्स हैं। इन लोगों ने अमेरिकी इकोनॉमी को बेहतर बनाने के लिए काफी मेहनत की है। इसलिए, आप इन्हें इलीगल इकोनॉमिक इमिग्रेंट्स नहीं कह सकते। इनको लेकर, अमेरिका में लोगों को चिंता है। इसकी वजह ये है कि वो यहां कानूनी तौर पर आते हैं।
H-1B मुद्दे को सही तरीके से डील करे US
जेटली इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड और वर्ल्ड बैंक की मीटिंग के लिए अमेरिका आए हैं। यहां उन्होंने अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन म्युचिन और कॉमर्स सेक्रेटरी विल्वर रोस से मुलाकात की है। इस दौरान जेटली ने कहा कि हम चाहते हैं कि अमेरिका जब भी अपनी वीजा पॉलिसी को लेकर कोई फैसला करे, तब H-1B वीजा के मुद्दे को सही तरीके से डील करे।
इन भारतीयों को मिलेगा फायदा
वहीं ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन हाइली स्किल्ड प्रोफेशनल्स को मेरिड बेस्ट इमिग्रेशन देने के फेवर में है। इससे आईटी सेक्टर में काम कर रहे स्किल्ड भारतीयों को फायदा हो सकता है। आपको बता दें कि H-1B वीजा उन प्रोफेशनल्स को दिया जाता है जो अमेरिकी कंपनियों में काम करने के लिए यहां आते हैं। H-1B के बारे में एक जरूरी फैक्ट यह है कि इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल इंडियन प्रोफेशनल्स करते हैं। साथ ही अमेरिका बाजार में आईटी सेक्टर से जो रेवेन्यू मिलता है, उसका 60 फीसदी इंडियन आईटी इंडस्ट्री से ही आता है।
Created On :   15 Oct 2017 12:57 PM GMT