पंत अपनी गलतियों को सुधारें नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा: रवि शास्त्री

Pant will rectify his mistake otherwise he will have to bear the brunt: Ravi Shastri
पंत अपनी गलतियों को सुधारें नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा: रवि शास्त्री
पंत अपनी गलतियों को सुधारें नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा: रवि शास्त्री
हाईलाइट
  • पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिनिदाद वनडे में खराब शॉट खेलकर पहली गेंद पर आउट हो गए थे
  • शास्त्री ने कहा कि
  • पंत ने वेस्टइंडीज दौरे पर निराश किया है

डिजिटल डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लगातार खराब प्रदर्शन के लिए खरी-खरी सुनाई है। रवि शास्त्री ने साफ कहा कि, अगर पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ की गई अपनी गलतीयों को दोहराते हैं, तो उनहें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में पहली गेंद पर आउट हो गए थे। 

कोच शास्त्री ने कहा कि, पंत ने वेस्टइंडीज दौरे पर निराश किया है। उन्होंने कहा, हम इस बार पंत को छोड़ रहे हैं। पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिनिदाद में खेले गए वनडे मैच में पहली गेंद पर जिस तरह का शॉट खेल कर आउट हुए थे, अगर वे इसे दोहराते हैं तो उन्हें इसके बारे में बताया जाएगा। आपमें क्षमता हो या न हो, आपको खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।

शास्त्री ने कहा, ‘यह बिल्कुल सामान्य है। खुद को निराश करना तो छोड़िए, आप टीम को भी निराश कर रहे हैं। जब क्रीज पर आपके साथ कप्तान मौजूद हो और आप लक्ष्य का पीछा कर रहे हैं तो आपको समझदारी और जिम्मेदारी से क्रिकेट खेलना होता है। उनकी काबिलियत पर कोई सवाल नहीं उठा सकता, लेकिन अगर वे शॉट चयन और सही निर्णय लेने में सुधार करें तो उन्हें रोकना आसान नहीं होगा।

शास्त्री ने कहा, ‘कोई भी उनके खेल  में बदलाव लाने के बारे में नहीं सोच रहा है। जैसा कोहली ने कहा कि मैच की स्थिति के हिसाब से सजग रहना और शॉट-चयन महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर उन्होंने इसमें सुधार कर लिया तो उन्हें रोकना आसान नहीं होगा। इसे समझने में उन्हें एक या चार मैच लग सकते हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) बहुत मैच खेले हैं, वे सीखेंगे। समय आ गया है कि, वे जिम्मेदारी लें और काबिलियत दिखाएं।

कप्तान विराट कोहली ने भी उनकी बल्लेबाजी पर कहा कि, टीम चाहती है कि पंत परिस्थिति के हिसाब से खेलें। कोहली ने कहा, ‘हम पंत से सिर्फ एक चीज की उम्मीद करते हैं कि वे परिस्थिति के हिसाब से खेलें। हम ये नहीं चाहते कि, वे अपने हिसाब से खेलें। यह परिस्थितियों को समझने और उससे अपने तरीके से निपटने के बारे में है।

Created On :   16 Sep 2019 8:05 AM GMT

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