मिहान प्रकल्पग्रस्तों का अगले साल तक पूरा होगा पुनर्वसन : येरावार

problems related to Mihan and project would take off soon
मिहान प्रकल्पग्रस्तों का अगले साल तक पूरा होगा पुनर्वसन : येरावार
मिहान प्रकल्पग्रस्तों का अगले साल तक पूरा होगा पुनर्वसन : येरावार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सामान्य प्रशासन विभाग के राज्यमंत्री मदन येरावार ने मिहान प्रकल्पग्रस्तों के पुन‌र्वसन की सभी समस्याएं दिसंबर 2018 तक पूरा करने की घोषणा की।   विधान परिषद में शिवसेना नेता डॉ. नीलम गोर्हे ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया था। श्री येरावार ने कहा कि मिहान प्रकल्प को 1 हजार 500 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। मिहान अंतर्गत सेज में 71 कंपनियों को जगह दी गई है। इसमें से 30 प्रतिशत कंपनियां कार्यरत हैं। 5 कंपनियों में निर्माण कार्य शुरू हैं। शेष 45 कंपनियों में काम शुरू करने के लिए प्रयास जारी है। उद्योग शुरू करने के लिए समय बढ़ाकर मांगी गई कंपनियों के काम तय समय में पूरा करने की शर्त पर महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी के संचालक मंडल ने अप्रैल 2016 से अगले 4 साल की समय सीमा बढ़ाकर दी है। ग्रामीण क्षेत्र में तेल्हारा, दहेगांव, कलकुही, खापरी (रेलवे) स्थित प्रकल्पग्रस्तों का पुनर्वसन खापरी (रेलवे) गांव के पास किया गया है। पुनर्वसन  अभिन्यास के काम पूरे हुए हैं। 
शहरी क्षेत्र में शिवणगांव, जयताला, खापरी व चिंचभुवन स्थित प्रकल्पग्रस्तों का पुनर्वसन चिंचभुवन स्थित नये पुनर्वसित गांवठाण में किया गया है। 1 हजार 99 पात्र प्रकल्पग्रस्तों में 1 हजार 23 प्रकल्पग्रस्तों को भूखंड वितरण किया गया है। चिंचभुवन स्थित नए पुनर्वसित गांवठाण में रास्ते, भूमिगत गटर, जलापूर्ति योजना आदि काम पूरे हो गए हैं। शेष काम अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि मिहान में बाधित हुए प्रत्येक प्रकल्पग्रस्त को मकान दिए जाएंगे। मिहान में अब तक प्रत्यक्ष 10 हजार और अप्रत्यक्ष 20 हजार रोजगार उपलब्ध हुए हैं। मिहान के सेज में दवा उत्पादन कंपनी आए, इसके लिए प्रयास शुरू हैं। स्थानीय सेवा क्षेत्र के कार्यालयों को किराये तत्व (लीज) पर जगह दी है। सेवा क्षेत्र में 2 हजार 500 लोग काम कर रहे हैं।
दूसरे रन-वे का काम अभी तक पूरा नहीं : गजभिये 
विप सदस्य व राकांपा नेता प्रकाश गजभिये ने कहा कि मिहान प्रकल्प अति महत्वाकांक्षी है, लेकिन एयरपोर्ट के दूसरे रन-वे का काम अभी तक पूरा नहीं किया गया है। नागपुर के आसमान से 700-750 विमान रोजाना गुजरते हैं, लेकिन उतरते नहीं हैं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय संकल्पना को लेकर बनाई गई नागपुर विमानतल की योजना का क्या मतलब है। उसे कब पूरा किया जाएगा। प्रकल्पग्रस्तों को भी अब तक न्याय नहीं मिला है।  
 

Created On :   15 Dec 2017 9:29 AM GMT

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