बीजेपी का घोषणापत्र अहंकार से भरा, बंद कमरे में किया गया तैयार: राहुल

Rahul gandhi said BJP Manifesto created in closed room, voice of an isolated man
बीजेपी का घोषणापत्र अहंकार से भरा, बंद कमरे में किया गया तैयार: राहुल
बीजेपी का घोषणापत्र अहंकार से भरा, बंद कमरे में किया गया तैयार: राहुल
हाईलाइट
  • घोषणापत्र में अलग-थलग पड़ चुके एक आदमी की आवाज है।
  • बीजेपी के घोषणापत्र पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का वार।
  • बीजेपी ने बंद कमरे में घोषणापत्र (संकल्प पत्र) तैयार किया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी के घोषणापत्र (संकल्प पत्र) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने बीजेपी के घोषणापत्र को अहंकार से भरा बताया है। उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के घोषणापत्रों की तुलना करते हुए दावा किया है कि, कांग्रेस के घोषणापत्र में जनता की आवाज है जबकि बीजेपी के घोषणापत्र में अलग-थलग पड़ चुके एक व्यक्ति की आवाज है। 

बीजेपी के घोषणापत्र में एक व्यक्ति की आवाज
दरअसल लोकसभा चुनाव के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज की मौजूदगी में बीजेपी ने अपना घोषणापत्र जारी किया था। इसको लेकर राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, कांग्रेस का घोषणापत्र चर्चा के बाद बनाया गया। यह लाखों सशक्त और बुद्धिमान भारतीयों की आवाज है। बीजेपी का घोषणापत्र एक बंद कमरे में तैयार किया गया। यह अलग-थलग पड़ चुके एक व्यक्ति की आवाज है, जो अदूरदर्शी और घमंडी हैं।  

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी के संकल्प पत्र पर हमला बोला था। अहमद पटेल ने संकल्प पत्र को झूठ का गुब्बारा करार दिया था। अहमद पटेल ने कहा था, बीजेपी के घोषणापत्र और कांग्रेस के घोषणापत्र के बीच साफ अंतर इसके कवर पेज पर देखा जा सकता है। हमारे कवर पर लोगों का समूह है जबकि बीजेपी के कवर पर केवल एक आदमी की तस्वीर है। घोषणापत्र की बजाए बीजेपी को माफीनामे के साथ आना चाहिए था। 

गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने सोमवार को "संकल्प पत्र" के नाम से अपना घोषणापत्र जारी किया था। इसमें बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देने के साथ ही आतंकवाद के खिलाफ "जीरो टॉलरेन्स" की प्रतिबद्धता दोहराई है। इसके साथ ही 60 साल की उम्र के बाद किसानों और छोटे दुकानदारों को पेंशन देने सहित कई बड़े वादे किए गए हैं।

 


 

Created On :   9 April 2019 6:16 AM GMT

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