Vice President Election Result 2025: NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने जीता उपराष्ट्रपति चुनाव, इंडिया गठबंधन के बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हराया

- उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम घोषित
- सीपी राधाकृष्णन ने हासिल की जीत
- बी सुदर्शन को 152 वोटो से हराया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोटों के साथ जीत हासिल की है। वहीं, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुरदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले हैं। उन्होंने बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हराया है। इस दौरान एनडीए ने करीब दो-तिमाही से बहुमत दर्ज की है। बीजेपी का दावा है कि चुनाव में कुल 14 सांसदों ने क्रॉसवोटिंग की है।
सीपी राधाकृष्णन ने जीता उपराष्ट्रपति चुनाव
इस बार के उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के सांसदों की कम संख्या होने के बावजूद एनडीए को कड़ी टक्कर दी। चुनाव में कुल 392 वोटों की जरूरत थी। इनमें से 15 वोट अमान्य रहे। चुनाव के लिए कुल 782 सांसदों को मतदान देने का अधिकार था।
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को विपक्षी दलों के 14 वोट हासिल हुए है। क्योंकि 15 वोट अमान्य हो गए थे। वहीं, वोट विपक्षी दलों से एनडीए को मिलने से विपक्ष को घाटा हो गया। वहीं, एनडीए के पास अपने सांसदों के आंकड़े के अलावा क्रॉस वोटिंग का फायदा मिला है। बता दें, एनडीए की कुल संख्या 427 थी, इसमें वायएसआर कांग्रेस के 11 सांसदों को मिलाकार 438 हो गए। इसके अलावा, 14 अतिरिक्त वोट क्रॉस वोटिंग के जरिए सीपी राधाकृष्णन के खाते में गए।
जगदीप धनकड़ के इस्तीफे के बाद हुआ उपराष्ट्रपति का चुनाव
मालूम हो कि, इस साल जुलाई में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों के चलते इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव कराया गए हैं। संसद परिसर के वसुंधा भवन में सुबह 10 बजे से म 5 बजे तक वोटिंग हुई। संसद के दोनों सदनों के सांसदों ने अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट डाले।
इंडिया गठबंधन से सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा गया था। जिससे मतदान प्रक्रिया में संदेश जाए। हालांकि, एनडीए ने अपनी रणनीति के तहत क्रॉस वोटिंग के जरिए विपक्ष के वोट बैंक में सेंध लगाई और 452 वोट हासिल किए।
सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ पर वोट करने की अपील की थी। यही कारण रहा कि कुछ क्रॉस वोटिंग हुई और एनडीए को फायदा मिला। इस चुनाव में 15 वोट अमान्य पाए गए, यानी कुल वोटों का लगभग 2 फीसदी हिस्सा। यह बताता है कि सांसदों को मतदान प्रक्रिया में गलती करने या जानबूझकर इनवैलिड वोट देने की संभावना रही। विशेषज्ञों का कहना है कि आगे ऐसे चुनावों में सांसदों को सही तरीके से वोटिंग करने की लंबी ट्रेनिंग की आवश्यकता होगी ताकि इनवैलिड वोटों की संख्या कम हो।
Created On :   9 Sept 2025 7:31 PM IST