मेट्रो का गार्डर गिरने से 2 महिलाएं घायल, दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

Two women were injuredas Metro iron beam collapses in Nagpur
मेट्रो का गार्डर गिरने से 2 महिलाएं घायल, दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश
मेट्रो का गार्डर गिरने से 2 महिलाएं घायल, दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेट्रो प्रोजेक्ट साकार होने के पहले ही एक के बाद एक हादसे होते जा रहे हैं। एक साइट से विशालकाय गार्डर गिरने से दो महिलाएं बुरी तरह घायल हो गईं। इनमें से एक महिला की हालत नाजुक बनी हुई है। गौरतलब है कि हिवरी नगर भीम चौक निवासी 25 वर्षीय महिला अमी जय चौधरी अपनी 2 साल की बेटी मीरा और सास साधना योगेश जोशी के साथ गांधीबाग स्थित समाज भवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए जा रही थी।  इसी दौरान सीए रोड के आंबेडकर पुतला चौक को पार करते ही मेट्रो की साइट से एक विशालकाय स्टील गार्डर अचानक गिर पड़ा। हादसे में अमी के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। सास साधना के हाथ में गहरे जख्म हो गए। इस दौरान बाइक पर सवार दो अन्य युवक भी गार्डर गिरने की आवाज सुनते ही संतुलन खो बैठे और गिर पड़े। हालांकि उन्हें मामूली चोटें आईं है।


सिर में खून के थक्के जमे
घायल महिला को लोगों ने तुरंत पहले सीए रोड के ही साबू अस्पताल पहुंचाया। हालत नाजुक होने से अमी को तुरंत न्यू एरा हॉस्पिटल रेफर किया गया। यहां उसे आईसीयू में रखा गया है। परिजनों ने बताया कि उसके सिर में खून के थक्के जम गए हैं। घायलों को अस्पताल भेजने के लिए मनपा के पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष नरेंद्र (बाल्या) बोरकर व भाजपा शहर उपाध्यक्ष नरेश जुमानी ने सक्रियता दिखाई।

हादसों से सबक नहीं
मेट्रो रूट के निर्माण के दौरान आंबेडकर चौक पर गार्डर गिरने की यह पहली दुर्घटना नहीं है। इसी रूट रीच-4 पर रामझूला के पास भी क्रेन गिरने की दुर्घटना हो चुकी है। वर्धा रोड पर भी मेट्रो की साइडिंग अचानक गिर गई थी। हिंगणा टी-प्वाइंट के पास मेट्रो का निर्माणाधीन पिलर का ढांचा सड़क की ओर झुक गया था। खास बात यह है कि इन सारे हादसों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई थी। रविवार के हादसे ने सड़क पर वाहन चलाते समय सोचने पर मजबूर कर दिया है।

मेट्रो की क्यूआरटी देर से पहुंची
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब हादसा हुआ तो मेट्रो के कर्मचारी घटनास्थल से भाग खड़े हुए। सूचना पुलिस विभाग को दी गई। हैरानी की बात है कि मेट्रो रूट पर फौरन पहुंचने का दावा करने वाली मेट्रो की क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम  अर्थात द्रुत प्रतिसाद दल) टीम घटनास्थल पर काफी देर से पहुंची। इससे थोड़ी देर पहले पुलिस यातायात विभाग ने मार्ग को बंद कर दिया। घटना की शिकायत लकड़गंज पुलिस थाने में दर्ज की गई है। मेट्रो निर्माण स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक निजी कंपनी को ठेका दिया गया है, लेकिन दुर्घटना के वक्त उनकी गैर-मौजूदगी और घटनास्थल से भागने जैसी घटनाओं को मेट्रो प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही गई है।

आंबेडकर चौक पर प्रस्तावित है मेट्रो स्टेशन
मेट्रो के 4 रूटों में यह रूट पूर्व व पश्चिम कॉरिडोर का हिस्सा है। इसे रीच-4 कहा जाता है, जो सीताबर्डी से प्रजापति नगर तक बनाया जा रहा है। आंबेडकर चौक पर मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित है। इसी मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए यहां विशालकार्य स्टील गर्डरों को लॉन्च करने का कार्य जारी था। जिस जगह गार्डर लॉन्च किए जा रहे थे, वहां पीयर का गड्ढा खुदा हुआ है। आस पास की जमीन भी नर्म है। बारिश शुरू होने से जमीन दबने का अंदेशा जताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि हर एक गार्डर का वजन करीब 5 टन है। ऐसे 4 खड़े और एक उन्हें आधार देने वाले गार्डर का समावेश है। इस रूट के निर्माण का ठेका आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड कंपनी को दिया गया है।

कार्रवाई की बात
महा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ब्रिजेश दीक्षित का कहना है कि आंबेडकर चौक पर घटी दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह ठेकेदार निर्माता कंपनी हो या फिर सुरक्षा एजेंसी।

Created On :   9 Oct 2017 5:32 AM GMT

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