अतिक्रमणकारियों और पुलिस की झड़प: असम में अतिक्रमण हटाते वक्त पुलिस ने की फायरिंग, 2 की मौत, महिलाओं समेत दर्जनों घायल

असम में अतिक्रमण हटाते वक्त पुलिस ने की फायरिंग, 2 की मौत, महिलाओं समेत दर्जनों घायल
  • बंगाली भाषी मुस्लिमों के अतिक्रमण को हटाने पहुंचा प्रशासन
  • करीब 11 लोगों के घायल होने की खबर
  • CM ने लगाया कांग्रेस पर इल्जाम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली असम की राजधानी गुवाहाटी के पास गुरुवार को सरकारी अधिकारी और पुलिस के अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई झड़प में दो बंगाली मुस्लिम की मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब अतिक्रमणकारियों ने पुलिस और सरकारी अधिकारियों पर हमला किया जिसके चलते पुलिस ने फायरिंग कर दी। इस झड़प में दो लोगों की मौत और 11 लोग घायल हो गए। डेक्कन हेराल़्ड की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना कोच्चि टोली गांव की है जहां सोनापुर अंचल कार्यालय और पुलिस अधिकारियों की एक टीम बंगाली भाषी मुस्लिमों के अतिक्रमण को हटाने पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक यह लोग यहां अवैध रूप से रह रहे थे। बता दें, असम के DGP जीपी सिंह ने जानकारी दी कि गुवाहाटी पुलिस को हमलावरों पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिया गया है।

कई पुलिसकर्मी घायल

असम के DGP जीपी सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, अतिक्रमणकारियों ने 22 पुलिसकर्मियों सहित महिलाओं को जख्मी किया है। पुलिस का कहना है कि फायरिंग में जुबाहिर अली (19) और हैदर अली (22) की मौत हो गई है।

CM ने लगाया कांग्रेस पर आरोप

असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा का कहना है कि लोगों ने पुलिस और अधिकारियों पर लाठी-डंडे से हमला किया था। साथ ही सीएम ने विपक्ष को इस घटना का दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा- बेदखली अभियान शांतिपूर्ण तरीके से चला। सुबह जब कांग्रेस ने बेदखली अभियान का विरोध करना शुरू किया तो स्थिति और बिगड़ गई और बड़ी संख्या में लोगों ने लाठी-डंडों के साथ इलाके में गई पुलिस और सरकारी अधिकारियों की टीम पर हमला कर दिया। 22 पुलिसकर्मी और एक राजस्व मंडल अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और दो लोगों की मौत हो गई तथा सात अन्य घायल हो गए।

यह भी पढ़े -पाकिस्तान पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान नहीं कर पाएंगे सोशल मीडिया का इस्तेमाल, मरियम सरकार का फैसला

पहले भी हटाया जा चुका है अतिक्रमण

न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, यह जगह सिर्फ आदिवासियों के लिए सुरक्षित है। बता दें, यह पहली बार नहीं है जब यहां अवैध रूप से रह रहे ग्रामीणों को हटाया जा रहा है। इससे पहले भी अतिक्रमणकारियों को हटाया जा चुका है, लेकिन वह फिर से आ गए।

Created On :   13 Sept 2024 8:43 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story