विधानसभा चुनाव 2025: बिहार के सियासी रण में उतरे मायावती के भतीजे आकाश आनंद, बसपा की 'सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा' शुरू की

बिहार के सियासी रण में उतरे मायावती के भतीजे आकाश आनंद, बसपा की सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा शुरू की
  • बीएसपी की यात्रा 11 दिनों तक चलेगी, 13 जिलों से होकर गुज़रेगी
  • दो महीने में आकाश आनंद का यह दूसरा बिहार दौरा
  • बीएसपी ने रामजी गौतम और अनिल कुमार को सौंपी बिहार चुनाव की कमान

डिजिटल डेस्क, पटना। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बीएसपी चीफ मायावती के भतीजे आकाश आनंद बिहार की सियासी जंग में उतर गए है। आकाश आनंद ने चुनाव का ऐलान होने से पहले आज बुधवार को कैमूर जिले से बसपा की 'सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा' शुरू की। आकाश आनंद के नेतृत्व में बीएसपी की यात्रा 11 दिनों तक चलेगी, जो 13 जिलों से होकर गुज़रेगी। कैमूर जिले से शुरू हुई बसपा की 'सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा का समापन वैशाली जिले में होगा। बीएसपी की यह यात्रा कैमूर से बक्सर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, छपरा, सीवान, गोपालगंज, बेतिया, मोतिहारी ,मुजफ्फरपुर कुल 13 जिलों से गुज़रेगी। बिहार में बीएसपी चीफ मायावती ने अकेले चुनावी मैदान में उतरने का फैसला लिया है। बीएसपी सभी 243 सीटों पर अपनी चुनावी किस्मत आज़माएगी। बीएसपी चीफ मायावती ने पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर रामजी गौतम और केंद्रीय प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार को बिहार चुनाव की कमान सौंपी हुई है।

राज्यसभा सांसद व नेशनल कोऑर्डिनेटर इंजी रामजी गौतम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए इसकी जानकारी, सांसद ने अपनी पोस्ट में लिखा आज से बिहार में माननीय बहनजी के निर्देश में सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा का शुभारम्भ कैमूर जिले से हो रहा है जो कई जिलों में होते हुए 20 सितम्बर को लोकतंत्र की धरती वैशाली में समापन होगा.इस यात्रा राष्ट्रीय संयोजक माननीय आकाश आनन्द जी उपस्थित रहेंगे हैं

दो महीने में आकाश आनंद का यह दूसरा बिहार दौरा है। इससे पहले आकाश पटना में छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर शामिल हुए थे और अब बसपा की यात्रा का आगाज़ करने पहुँचे हैं। वैसे आपको बता दें 1995 से लेकर 2020 तक बिहार से बसपा के कई विधायकों ने पाला बदला , वहीं सरकार ने कई दलित जातियों को महादलित में बदलकर संगठन की ताकत को कमजोर कर दिया। अब आकाश की अगुवाई में बसपा एक बार फिर बिहार में मजबूती से हाथी को दौड़ाना चाहती है।

आकाश की इस यात्रा को बिहार चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। अब देखना ये है कि इस यात्रा से बीएसपी की बिहार में कितनी मजबूत स्थिति बनेगी। आकाश बीएसपी की 'सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा' के जरिेए बिहार की चुनावी जंग फतह करने की नींव रखेंगे। आपको बता दें बिहार में इस बार सभी राजनैतिक दलों की नज़र दलित समुदाय के वोटबैंक पर है।

चुनाव में हाथी की सवारी, बाद में बदला पाला

सियासी जानकारी की मानें तो बीएसपी की यात्रा जिन 13 जिलों से निकलेंगी, वो यूपी सीमा से सटे इलाके है, साथ ही दलित बाहुल क्षेत्र है। पहले भी बीएसपी के कई प्रत्याशी यहां से चुनाव जीत चुके है। लेकिन बसपा के जीते हुए विधायक सत्ताधारी पार्टी में मिल जाते है, इससे बसपा को भारी नुकसान होता है। नेता जो बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा में तो पहुंच जाते है, लेकिन सत्ता की गोद में बैठकर वो बसपा और अंबेडकर के मिशन को भूल जाते है। इसके बाद बसपा को फिर जीरो से शुरुआत करनी पड़ती है। बसपा के साथ ये धोखेभरी वाली दिक्कत केवल बिहार में ही नहीं कई राज्यों में है, यहीं वजह है कि बीएसपी राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी होने के बाद भी बड़े स्तर पर चुनाव में फायदा नहीं उठा पाती।

Created On :   10 Sept 2025 4:20 PM IST

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