Rahul With Voters Declared Dead: 'जीवन में पहली दफा मरे लोगों के साथ चाय पी, शुक्रिया ECI..' बिहार के मृत घोषित मतदाताओं से मिले राहुल गांधी, देखें VIDEO

- बिहार में वोटर लिस्ट में मृत बताए गए लोगों से मिले राहुल
- मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
- वोटर्स को उनके अधिकार से वंचित रखने की सियासी साजिश बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार चुनाव से पहले स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर सूबे की सियासत गरमाई हुई है। इस बीच कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कुछ ऐसे लोगों से मुलाकात की है, जिन्हें चुनाव आयोग ने नई मतदाता सूची में मृत घोषित किया है। राहुल गांधी ने सभी के साथ चाय पी और चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए कहा कि जिंदगी में पहली बार मरे लोगों के साथ चाय पी, शुक्रिया चुनाव आयोग।
'पहली बार मृत लोगों के साथ चाय पी'
राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'जिंदगी में कई अनुभव हुए, लेकिन ‘मरे हुए लोगों’ के साथ चाय पीने का मौका पहली बार मिला। इस अनोखे अनुभव के लिए शुक्रिया चुनाव आयोग।'
जिन लोगों को आयोग ने वोटर लिस्ट में मृत घोषित किया है उनमें रामिकबाल राय, हरेंद्र राय, लालमुनी देवी, वचिया देवी, लालवती देवी, पुनम कुमारी और मुन्ना कुमार शामिल हैं। ये सभी तेजस्वी यादव के निर्वाचन क्षेत्र के वोटर्स हैं। इस दौरान आरजेडी नेता संजय यादव भी मौजूद थे। आरोप है कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान इनके द्वारा सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स जमा किये गए लेकिन इसके बाद भी इनके नाम वोटर्स लिस्ट से हटा दिए गए।
'ये लापरवाही नहीं, बल्कि साजिश'
राहुल गांधी का आरोप है कि यह केवल चुनाव आयोग की लापरवाही नहीं है बल्कि ये वोटर्स को उनके अधिकार से वंचित रखने की सियासी साजिश है। विपक्षी दलों का दावा है कि ये सात लोग तो केवल छोटा सा उदाहरण हैं, पूरे राज्य में कई ऐसे वोटर्स हैं जिन्हें मरा बताकर वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया गया है।
आप लोग जिंदा नहीं हैं..
वीडियो में राहुल गांधी लोगों से कहते नजर आ रहे हैं कि सुना है आप लोग जिंदा नहीं हैं, चुनाव आयोग ने आपको मार दिया। जवाब में एक व्यक्ति बताता है कि यह बात उन्हें वोटर लिस्ट से पता चली। वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने केवल एक पंचायत में ही ऐसे 50 मामले होने का दावा किया।
इसके साथ ही एक अन्य वोटर ने आरोप लगाया, 'तेजस्वी यादव के क्षेत्र में भी कई जिंदा लोगों को मृत दिखाया गया है। लोग लिखित सबूत लेकर आए हैं और कुछ ने अपने वोट के अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में छह घंटे तक खड़े रहकर लड़ाई लड़ी।'
Created On :   13 Aug 2025 11:43 PM IST