बीएमसी चुनाव: अकेले लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने उम्मीदवारों को ढूंढने की प्रक्रिया की तेज, राज ठाकरे ने विभाग प्रमुखों के साथ की सीट बंटवारे पर चर्चा

अकेले लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने उम्मीदवारों को ढूंढने की प्रक्रिया की तेज, राज ठाकरे ने विभाग प्रमुखों के साथ की सीट बंटवारे पर चर्चा
  • अकेले लड़ने की घोषणा के बाद मुंबई कांग्रेस पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई
  • कांग्रेस ने तेज की उम्मीदवार खोज प्रक्रिया
  • राज ठाकरे ने अपने विभाग प्रमुखों के साथ सीट बंटवारे पर की चर्चा

Mumbai News. महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा के बाद मुंबई कांग्रेस पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है। सूत्रों का कहना है कि मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने अपने सभी जिलाध्यक्षों को स्पष्ट आदेश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत, जीतने योग्य और समाज में सक्रिय चेहरे तलाशें। दरअसल गायकवाड़ आगामी बीएमसी चुनाव को लेकर अब किसी भी तरह की ढिलाई नहीं देना चाहतीं। गायकवाड़ ने मुंबई के अपने सभी जिलाध्यक्षों को उम्मीदवारों के टिकट वितरण की पूरी तरह ग्राउंड रिपोर्ट, सामाजिक स्वीकार्यता और संगठनात्मक सक्रियता के आधार पर करने का फैसला करना होगा। सूत्रों के मुताबिक जिलाध्यक्षों को कहा गया है कि वे अपने वार्डों में कम से कम तीन-चार संभावित उम्मीदवारों के नाम तैयार कर मुंबई कार्यालय भेजें। कांग्रेस का बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का फैसला टर्निंग पॉइंट बन सकता है। दरअसल महाविकास आघाडी में सहयोगियों से सीट बंटवारे को लेकर चल रहे मतभेदों के बीच कांग्रेस ने शनिवार को घोषणा की थी कि वह बीएमसी चुनाव अकेले लड़ेगी। इस फैसले के बाद पार्टी की स्थानीय इकाइयों में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पिछले चुनाव में गठबंधन के कारण कई सीटों पर पार्टी को समझौता करना पड़ा था। इस बार अकेले चुनाव लड़ने से स्वतंत्र रणनीति और मजबूत उम्मीदवार चयन संभव होगा।

उनकी पार्टी स्वतंत्र है, हमारी भी- उद्धव

कांग्रेस द्वारा बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किए जाने के बाद राजनीतिक हलकों में महाविकास आघाड़ी में दरार की चर्चा शुरू हो गई है। लेकिन शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी पार्टी स्वतंत्र है, मेरी पार्टी भी स्वतंत्र है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अलग-अलग चुनाव लड़ना गठबंधन खत्म होने का संकेत नहीं है, बल्कि यह हर पार्टी के लोकतांत्रिक अधिकार का हिस्सा है। दरअसल कांग्रेस ने उद्धव गुट और मनसे के होने वाले संभावित गठबंधन को देखते हुए अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है

बीएमसी चुनाव से पहले राज ठाकरे ने अपने विभाग प्रमुखों के साथ सीट बंटवारे पर की चर्चा

उधर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को अपने विभाग प्रमुखों के साथ अहम बैठक की। खबर है कि बैठक में चुनावी रणनीति और सीट बंटवारे पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक राज ठाकरे ने बैठक में अपनी पार्टी के विभाग प्रमुखों को मुंबई के हर वार्ड में संभावित उम्मीदवारों की जानकारी देने और आगामी चुनाव के लिए तैयारियों का जायजा लेने को कहा है। बैठक का उद्देश्य यह तय करना था कि मनसे किस वार्ड में अधिक ताकत दिखा सकती है और कहां सहयोगियों के साथ तालमेल बैठाना जरूरी है।

सीट बंटवारे पर चर्चा

बैठक के दौरान राज ठाकरे ने सीट बंटवारे और शिवसेना (उद्धव) से गठबंधन की संभावनाओं पर विस्तार से बात की। राज ने विभाग प्रमुखों से कहा कि मुंबई में हिंदुत्व और मराठी अस्मिता के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाएं, ताकि पार्टी अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सके। बैठक के बाद राज ठाकरे ने संकेत दिया कि अगले कुछ दिनों में गठबंधन या स्वतंत्र चुनाव लड़ने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने यह भी कहा कि इस तरह की बैठकें जारी रहेंगी ताकि बीएमसी चुनाव में प्रभावी रणनीति बनाई जा सके। मुंबई के सियासी गलियारों में चर्चा है कि मनसे-शिवसेना (उद्धव) की संभावित युति और कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद बीएमसी चुनाव का नक्शा पूरी तरह बदल सकता है।

Created On :   16 Nov 2025 9:53 PM IST

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