मध्यप्रदेश: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नेता, अबकी बार इस समुदाय के नेता को मिल सकता है मौका

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नेता, अबकी बार इस समुदाय के नेता को मिल सकता है मौका
  • चुनाव को लेकर बीजेपी कार्यालय में तैयारी जारी
  • फिर से वीडी शर्मा या नए चेहरे को मिलेगा मौका!
  • बीजेपी निर्वाचन कार्यालय से कल जारी किया था कार्यक्रम

डिजिटल डेस्क, भोपाल। बीजेपी ने मध्यप्रदेश प्रदेशाध्यक्ष चुनाव के लिए बीते दिन 30 जून को ही कार्यक्रम जारी कर दिया था। जारी कार्यक्रम के अनुसार मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के लिए आज सायं साढ़े चार बजे से साढ़े 6 बजे के बीच नामांकन पत्र जमा किए जाएंगे। आज 1 जुलाई के ही दिन सायं साढ़े 6 बजे से साढ़े 7 बजे के बीच नामंकनों पत्रों की जांच की होगी। अगर एक से अधिक नामांकन पत्र जमा होते है और कोई दावेदार नाम वापस लेता है तो , नामांकन पत्र वापस लेने का समय साढ़े सात बजे से 8 बजे तक है। उसके बाद नामांकन पत्रों की अंतिम सूची की घोषणा रात्रि साढ़े 8 बजे होगी। यदि जरुरी हुआ तो कल 2 जुलाई को प्रात: 11 बजे से 2 बजे के बीच मतदान होगा। मतों की गिनती और प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा 2 जुलाई को दोपहर 2 बजे होगी।

मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए 379 सदस्य वोटिंग करेंगे। जिनकी अधिकृत सूची आज शाम तक जारी होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि वोटिंग में मध्यप्रदेश के लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद, जिलाध्यक्ष, प्रदेश प्रतिनिधि शामिल होंगे। मंगलवार शाम को चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बीजेपी ऑफिस पहुंचेंगे।

मप्र. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उईके, सांसद गजेंद्र पटेल , राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ,विधायक हेमंत खंडेलवाल , डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल , पूर्व मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ,राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार, एससी वर्ग से लाल सिंह आर्य, केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक, एससी महिला कोटे से सांसद संध्या राय के नाम की चर्चा तेज हैं।

आपको बता दें मध्यप्रदेश में एसटी वर्ग की संख्या 22 फीसदी है। आदिवासी समुदाय से केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। आदिवासियों में भी सबसे अधिक गोंड समुदाय प्रभाव रखता है , इस लिहाज से बैतूल से दूसरी बार सांसद रहे दुर्गादास उईके का नाम शामिल है। वो मोदी कैबिनेट में मंत्री भी है। आदिवासी समाज से वरिष्ठ नेता व सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को भी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बना सकती है, क्योंकि अबकी बार उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली। इस समय विपक्षी पार्टी कांग्रेस संविधान और डॉ अबेंडकर को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमलावर है। ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति विवाद भी अभी जिंदा है। इसको ध्यान में रखते हुए बीजेपी एससी वर्ग से भी किसी को प्रदेशाध्यक्ष बना सकती है। इसमें लाल सिंह आर्य, केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक , सांसद संध्या राय शामिल है। अगर बीजेपी ब्राह्णण वर्ग से ही प्रदेश अध्यक्ष को रिप्लेस करेगी तो डॉ नरोत्तम मिश्रा का नाम सबसे आगे है।

रेस में अभी कई बीजेपी नेताओं के नाम चल रहे है। हालांकि कई दिनों से चल रही चर्चाओं के बीच आज नामांकन होते ही ये स्पष्ट हो जाएगा कि वीडी शर्मा की जगह कौन लेगा। हालफिलहाल अबकी बार किसी आदिवासी नेता को प्रदेशाध्यक्ष बनने की कवायद तेज है। लेकिन अटकलों की दोड़ में हेमंत खंडेलवाल भी प्रबल दावेदार हैं।

बीजेपी ने विभाजित मध्यप्रदेश के बाद से अब तक किसी भी आदिवासी नेता को प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाया है। जबकि एससी वर्ग से केवल एक बार 276 दिनों के लिए 2006 में 17 फरवरी से 20 नवंबर तक डॉ सत्यनारायण जटिया प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है

Created On :   1 July 2025 3:03 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story