Pune City News: जनता के दिलों में जगह बनाने वाले होंगे उम्मीदवार - चंद्रशेखर बावनकुले

- राज्य में ज्यादा से ज्यादा जगहों पर महायुति बनाने का हमारा प्रयास
- कहीं-कहीं आमने-सामने मुकाबले हो सकते हैं
भास्कर न्यूज, पुणे। आगामी मनपा और स्थानीय निकाय चुनावों के संबंध में हम एक सर्वेक्षण कर रहे हैं। इस सर्वेक्षण से कुछ अनुमान लगाकर हम आगे बढ़ेंगे। हालांकि हमारे पास बड़ी संख्या में उम्मीदवार हैं लेकिन, जनता के दिलों में जिन्होंने जगह बनाई है, ऐसे ही लोगों को उम्मीदवारी दी जाएगी।
यह बात राज्य के राजस्व मंत्री और भाजपा के राज्य चुनाव प्रभारी चंद्रशेखर बावनकुले ने कही। स्थानीय निकाय चुनावों के लिए भाजपा द्वारा बावनकुले को राज्य चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी दिए जाने के बाद उन्होंने बुधवार को पुणे स्थित पार्टी कार्यालय में चुनावों के संबंध में पदाधिकारियों की एक बैठक की। इससे पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों में महागठबंधन ( महायुति ) 51 प्रतिशत से ज्यादा वोटों के साथ विजयी होगा। चुनावों की पृष्ठभूमि में कल हमने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( अजित पवार ) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, शिवसेना के मंत्री उदय सामंत, शंभूराजे देसाई के साथ समन्वय समिति की बैठक की। इस बैठक में राज्य में यथासंभव अधिक से अधिक स्थानों पर महायुति के माध्यम से चुनाव लड़ने का प्रयास करने संबंधी चर्चा हुई। समन्वय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि स्थानीय परिस्थितियों के कारण अलग-अलग चुनाव लड़ने की नौबत आती है, तो महायुति के भीतर कोई विवाद, कोई मनमुटाव या कोई मतभेद न हो।
कहीं-कहीं आमने-सामने मुकाबले हो सकते हैं
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुट और शिवसेना के दोनों गुट स्थानीय चुनाव में एक साथ आने की चल रही चर्चाओं के सवाल पर बावनकुले ने कहा कि ये चुनाव स्थानीय स्तर के हैं। इसलिए, कुछ जगहों पर भाजपा और राष्ट्रवादी के बीच, कुछ जगहों पर भाजपा और शिवसेना के बीच आमने-सामने का मुकाबला हो सकता है। ऐसे में राष्ट्रवादी और शिवसेना किसे अपने साथ ले जाएं, यह उनका अपना प्रश्न है। हालांकि, जिन जगहों पर हमारे सामने घड़ी या धनुष-बाण का चिन्ह है, हम ध्यान रखेंगे कि कोई मतभेद न हो, बावनकुले ने यह भी स्पष्ट किया।
अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद हम विचार करेंगे
तुलजापुर के ड्रग मामले का आरोपी भाजपा में शामिल होने के सवाल पर बावनकुले ने कहा किसी के खिलाफ अपराध दर्ज होने का मतलब यह नहीं कि वह अपराधी हो जाता है। अगर उसे अपराध के लिए सजा मिलती है, तो वह अपराधी होता है। यदि अदालत ने उसे बरी कर दिया है, तो उसे वोट देने और राजनीति करने का अधिकार है। अगर अदालत किसी को दोषी पाती है, तो हम इस पर विचार करेंगे।
Created On :   13 Nov 2025 5:31 PM IST












