Pune City News: पिंपरी-चिंचवड़ में बदल रहा राजनीतिक समीकरण

पिंपरी-चिंचवड़ में बदल रहा राजनीतिक समीकरण
  • दोनों राष्ट्रवादी गुटों के एक होने की चर्चा तेज
  • भाजपा के सामने नई चुनौती
  • भाजपा बनाम राष्ट्रवादी की जंग फिर तेज

भास्कर न्यूज, पिंपरी-चिंचवड़। राज्य में भले ही भाजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) की महायुति सरकार सत्ता में हो, लेकिन पिंपरी-चिंचवड़ में आगामी मनपा चुनाव से पहले स्थानीय स्तर पर राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदलते दिखाई दे रहे हैं। शुरू से भाजपा और अजित पवार गुट स्वबल का राग अलाप रहा है। हालांकि, वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने 'हाईब्रिड' गठबंधन के संकेत दिए हैं। इस बीच, शहर की राजनीति में महायुति के भीतर भूकंप आया है, क्योंकि दोनों राष्ट्रवादी शरद पवार और अजित पवार गुट एक बार फिर साथ आने के मूड में दिख रहे हैं।

राष्ट्रवादी कांग्रेस के गुटों में एकजुटता के लिए वरिष्ठ स्तर पर चर्चा शुरू हो गई हैं और शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने भी दोनों गुटों को एक साथ लाने का प्रस्ताव दिया है। माना जा रहा है इस मुद्दे पर जल्द दोनों पवार के बीच मुलाकात और चर्चा होगी। अजित गुट के शहर अध्यक्ष योगेश बहल ने यह कहकर संकेत दिए हैं कि शरद पवार हमारे लिए श्रद्धा स्थान और अजित पवार हमारे स्फूर्तिस्थान हैं। वहीं भाजपा के खिलाफ समविचारी पार्टियों की एकजुटता का स्वागत कर शरद पवार गुट के शहर अध्यक्ष तुषार कामठे ने भी सकारात्मक भूमिका अपनाई है। उसके बाद शहर का सियासी माहौल पूरी तरह गर्म हो गया है।

भाजपा बनाम राष्ट्रवादी की जंग फिर तेज

पिंपरी-चिंचवड़ को कभी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अविभाजित) का गढ़ माना जाता था। 1990 के दशक से लेकर 2014 तक अजित पवार के नेतृत्व में राष्ट्रवादी ने यहां विकास के अनेक कार्य किए और लगातार 15 साल तक मनपा में एकछत्र सत्ता कायम रखी। लेकिन 2014 में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा ने नए वार्ड गठन और संगठनात्मक रणनीति से 2017 के चुनाव में बाजी मार ली। उस समय भाजपा ने 77 सीटें जीतीं, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस को 36 सीटों पर संतोष जताकर विपक्ष में बैठने की नौबत आई। कई वार्ड में मामूली वोटों से हार मिली थी। उसी हार से सबक लेते हुए स्थानीय कार्यकर्ताओं ने दोनों गुटों को एकजुट करने की पहल की है।

शहर में राष्ट्रवादी का महापौर ही हमारा लक्ष्य

राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के पिंपरी-चिंचवड़ शहर अध्यक्ष योगेश बहल ने कहा कि हमारे बीच की फूट का सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को हो रहा है। अजित पवार हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं और शरद पवार हमारे दैवत। अगर दोनों गुट साथ आते हैं तो हमें खुशी होगी। हमने पहले ही तय किया है कि भाजपा के साथ हम गठबंधन नहीं करेंगे, बल्कि स्वबल पर चुनाव लड़ेंगे। अगर शरद पवार गुट हमारे साथ आता है, तो यह शहर के विकास के लिए शुभ संकेत होगा। उन्होंने कहा कि गत नौ साल भाजपा के कामकाज को देखते हुए अब पिंपरी-चिंचवड़ को शाश्वत विकास के लिए नए नेतृत्व की जरूरत है। हमारा लक्ष्य शहर में राष्ट्रवादी का महापौर लाना है।

भाजपा का ‘हाईब्रिड गठबंधन’ प्रस्ताव

राष्ट्रवादी (शरदचंद्र पवार गुट) के शहर अध्यक्ष तुषार कामठे ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए अगर समान विचारधारा के सभी पक्ष एकजुट होते हैं, तो उसका स्वागत है। दोनों राष्ट्रवादी के एक होने पर जो भी निर्णय वरिष्ठ नेता लेंगे, हम उसी के साथ रहेंगे। इस बीच भाजपा के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने हाल ही में शहर का दौरा कर कहा कि भाजपा आगामी चुनाव में "हाईब्रिड युति" की नीति अपनाने पर विचार कर रही है। उनका इशारा राष्ट्रवादी अजित पवार गुट के साथ सीमित गठबंधन की ओर था, लेकिन इससे पहले ही अजित पवार गुट ने स्वबल पर लड़ने की तैयारी तेज कर दी थी। अगर दोनों राष्ट्रवादी गुट एकजुट होकर मैदान में उतरते हैं, तो भाजपा के लिए मुकाबला बेहद कठिन हो सकता है।

Created On :   13 Nov 2025 4:24 PM IST

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