Pune News: ठंड बढ़ते ही बढ़ा खतरनाक रसेल्स वाइपर सांप का खतरा

ठंड बढ़ते ही बढ़ा खतरनाक रसेल्स वाइपर सांप का खतरा
  • प्रजनन काल में 50 से ज्यादा पकड़े गए
  • गर्म स्थानों की तलाश में घरों में घुस रहे हैं सांप
  • सावधानियां जो बचा सकती हैं जान

भास्कर न्यूज, पिंपरी-चिंचवड़। पुणे के मावल परिसर में रहने वाले लोगों के लिए बड़ा खतरा मंडरा रहा है। अत्यधिक विषैले रसेल्स वाइपर सांप का प्रजनन काल नवंबर से शुरू हो गया है, जिसके चलते ये सांप गर्मी की तलाश में घरों और बस्तियों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले एक महीने में वन्य जीव रक्षक मावल संस्था ने अब तक ऐसे 50 से ज्यादा खतरनाक सांपों को रिहायशी इलाकों से पकड़कर जंगल में सुरक्षित छोड़ा है।

वन्य जीव विशेषज्ञों ने नागरिकों को इस दौरान अत्यधिक सतर्क रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है। भारत में पाई जाने वाली सांपों की प्रजातियों में रसेल्स वाइपर सांप को “अत्यंत विषैले” वर्ग में रखा गया है। सर्दियों में यह सांप प्रजनन के लिए और अंडों को गर्म रखने के लिए दिन की धूप और रात में गर्म स्थानों जैसे गोबर की खाद, बाथरूम के पाइप, दरवाजों की दरारें, रसोई या स्टोर रूम में प्रवेश करता है। मावल का इलाका जंगल और पहाड़ियों से घिरा होने के कारण वहां सांपों की सक्रियता सामान्य से अधिक रहती है। नर और मादा सांप इस मौसम में बड़ी संख्या में बाहर निकलते हैं।

सावधान! अजगर नहीं, यह रसेल्स वाइपर है

अक्सर लोग रसेल्स वाइपर को गलती से अजगर समझ लेते हैं, जबकि दोनों पूरी तरह भिन्न हैं। अजगर विषहीन होता है, जबकि यह सांप अत्यंत विषैला होता है। इस सर्वाधिक विषैले सांप का शरीर मोटा और तीन से पांच फीट तक लंबा होता है। उसका सिर चौड़ा, चपटा और तिकोना होता है, जो गर्दन से स्पष्ट अलग दिखता है। खतरा महसूस होते ही यह प्रेशर कुकर की सीटी जैसी आवाज निकालकर चेतावनी देता है।

सावधानियां जो बचा सकती हैं जान

बागवानी, खेती या पर्वतारोहण करते समय टखने से ऊंचे जूते पहनें।

बिना देखे किसी भी न दिखने वाली जगह या दरार में हाथ न डालें, पहले छड़ी घुमाएं।

दरवाजे, खिड़कियां और छत/दीवार की दरारें अच्छी तरह से भरवा लें।

रात में हमेशा टार्च का इस्तेमाल करें।

बिल्ली पालना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि उसकी नजर तेज होती है।

सांप दिखने पर सुरक्षित दूरी बनाए रखें, उसे मारें नहीं और पकड़ने की कोशिश न करें।

सांप काटने पर तुरंत सरकारी अस्पताल जाकर प्रतिविष (एंटी-वेनम) लगवाएं।

रसेल्स वाइपर के काटने से शरीर में रक्त के थक्के जम जाते हैं और रक्त कोशिकाएं फट जाती हैं। समय पर उपचार न मिलने पर गुर्दे खराब हो सकते हैं। केवल सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध प्रतिविष ही उसका इलाज है। जितनी जल्दी प्रतिविष दिया जाएगा, उतनी जल्दी जान बच सकती है।

-जिगर सोलंकी, वन्य जीव बचावकर्ता

पिछले 30 दिनों में हमारी टीम ने मानवीय बस्तियों से 50 से ज्यादा विषैले सांपों को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ा है। हर बचाव कार्य में सांप के कम से कम संपर्क में आकर उसे बिना हानि पहुंचाए छोड़ा गया है।

-निलेश गराड़े, संस्थापक, वन्य जीव रक्षक मावल संस्था

Created On :   13 Nov 2025 4:24 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story