CJI B. R. Gavai Statement: 'यह बात भूल जाएं कि राहुल गांधी...', CJI गवई के बुलडोजर वाले बयान पर BJP ने दी प्रतिक्रिया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में मॉरीशस में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के चीफ जस्टिस बी. आर. गवई शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारतीय न्याय व्यवस्था बुलडोजर के शासन से नहीं, बल्कि कानून के शासन से संचालित होती है।
सीजेआई के बयान पर भाजपा ने किया समर्थन
भारत के सीजेआई के इस बयान के बाद अब भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने समर्थन किया था। उन्होंने कहा है कि भारत का लोकतंत्र मजबूत है और न्यायपालिका सरकार के सहयोग से पिछले 11 वर्षों में और मजबूत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है।
गौरव भाटिया ने कहा, "भारत की न्यायपालिका पिछले 11 वर्षों में सरकार के सहयोग से दूरदर्शिता के साथ मजबूत हुई है।" उन्होंने कहा कि भारत संविधान और कानून के तहत चलता है। मुख्य न्यायाधीश की आस्था संविधान में है और भारतीय नागरिकों की आस्था भी संविधान में है। यह भी सत्य है कि भारत एक ऐसा देश है जहां लोकतंत्र मजबूत है। उन्होंने राहुल गांधी के उस बयान को खारिज किया, जिसमें कहा गया कि भारत का लोकतंत्र खत्म हो गया है, और कहा कि यह सत्य से परे है।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि भारत हमेशा संविधान और कानून के तहत चलेगा। सरकार की भी संविधान के प्रति प्रतिबद्धता है। न्यायिक प्रणाली और हमारे मुख्य न्यायाधीश का सम्मान भी है। उनकी आस्था संविधान में है और नागरिकों की आस्था भी संविधान में बनी हुई है।
सीजेआई ने बुलडोजर एक्शन पर कही थी ये बात
बता दें, इससे पहले मॉरीशस में 'रूल ऑफ लॉ मेमोरियल लेक्चर' के दौरान CJI बी. आर. गवई ने कहा था कि बिना सुनवाई और कानूनी प्रक्रिया के किसी का घर बुलडोजर से गिराना कानून के नियमों के खिलाफ है। उन्होंने स्पष्ट किया, "भारत बुलडोजर के राज से नहीं, कानून के राज से चलता है।"
वहीं, सीजेआई ने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि कोई भी फैसला लेने से पहले यह सोचना चाहिए कि उसका असर समाज के सबसे गरीब और आखिरी व्यक्ति पर क्या होगा। डॉ. भीमराव अंबेडकर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान ने नियम और प्रक्रियाएं इस तरह बनाई हैं कि सत्ता का दुरुपयोग न हो और हर इंसान को न्याय मिले। CJI बी. आर. गवई ने कहा कि भारत का सुप्रीम कोर्ट हमेशा "कानून के राज" को मजबूत करता रहा है और उन्होंने इसके लिए कई ऐतिहासिक फैसलों का जिक्र भी किया।
Created On :   4 Oct 2025 6:14 PM IST