निशाने पर आरएसएस: 'उन्होंने नहीं हमने दिया देश की आजादी के लिए बलिदान', CPI महासचिव डी. राजा का RSS पर प्रहार

उन्होंने नहीं हमने दिया देश की आजादी के लिए बलिदान, CPI महासचिव डी. राजा का RSS पर प्रहार
  • RSS की स्थापना के 100 साल पूरे
  • सीपीआई महासचिव का आरएसएस पर निशाना
  • कहा- उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान नहीं दिया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी. राजा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने गुरुवार (2 अक्टूबर) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि आरएसएस ने कभी देश की स्वतंत्रता की लड़ाई नहीं लड़ी है। वहीं, अपनी पार्टी की सराहना करते हुए डी. राजा ने कहा कि CPI ने देश की आजादी के लिए सबसे बड़ा बलिदान दिया है।

RSS पर कड़ा प्रहार

सीपीआई महासचिव डी. राजा ने कहा कि आरएसएस ने कभी देश की आजादी के लिए लड़ाई नहीं लड़ी। हमारी पार्टी का गठन उसी वर्ष, 1925 में हुआ था। हमारी पार्टी स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे आगे थी और उसने सर्वोच्च बलिदान दिए। वास्तव में, यह हमारी पार्टी थी जिसने पहली बार पूर्ण स्वतंत्रता और औपनिवेशिक शासन के अंत का आह्वान किया था। आरएसएस कहां था? सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास में आरएसएस का क्या योगदान है? यह प्रतिक्रियावादी, विभाजनकारी, सांप्रदायिक है, लोगों का ध्रुवीकरण कर रहा है और देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा कर रहा है। उन्हें लोगों को समझाना चाहिए।

RSS की स्थापना के 100 साल पूरे

आरएसएस अपने संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि ये वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का सढ़े तीन सौ वर्ष है, जिन्होंने अत्याचार, अन्याय और सांप्रदायिक भेदभाव से समाज के मुक्ती के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और समाज की रक्षा की ऐसी एक विभूति उनका समरण इस वर्ष होगा। आज 2 अक्टूबर है तो स्वर्गीय महात्मा गांधी की जयंती है अपने स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका योगदान अविस्मरणीय है। लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत कैसा हो उसके बारे में विचार देने वाले हमारे उस समय के दार्शनिक नेता थे उनमें उनका स्थान अग्रणीय हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण दिए ऐसे स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री का आज जयंती है। भक्ति, देश सेवा के ये उत्तम उदाहरण हैं।

Created On :   2 Oct 2025 3:34 PM IST

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