बिहार विधानसभा चुनाव 2025: दशरथ मांझी के नाम पर अतरी में होती है राजनीति,वादे और चुनाव

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में अतरी विधानसभा क्षेत्र के गांव गहलौर की पहचान माउंटेन मैन दशरथ नगर से होती है, गहलौर दशरथ मांझी का पैतृक गांव था। अतरी जहानाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है।
यहां की राजनीति दशरथ मांझी का नाम के बिना अधूरी है। राजनीतिक दल चुनावी लाभ के लिए उनके नाम का इस्तेमाल करते है। हर चुनाव के दौरान नेता उनके पुत्र भगीरथ मांझी के घर महादलित वोटों की तलाश में आते हैं। चुनावी प्रचार का शोर शुरु हो गया है, मांझी परिवार से वादा करके भूल गए नेता हाथ जोड़कर फिर वादा करने माँझी की चौखट पर आ रहे है। लेकिन चुनाव के बाद विकास के वादे हवा में उड़ जाते हैं,
1951 में अस्तित्व में आई अतरी में 17 चुनाव हो चुके हैं. कांग्रेस ने छह बार (आखिरी बार 1990 में) जीत दर्ज की, आरजेडी ने पांच बार, निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो बार, जबकि भारतीय जनसंघ (अब भाजपा), जनता पार्टी, जनता दल और जद(यू) ने एक-एक बार जीत हासिल की. आरजेडी यहां मजबूत स्थिति में है, 2015 और 2020 दोनों चुनावों में आरजेडी ने जीत दर्ज की।
अतरी ग्रामीण क्षेत्र है, 31.03% अनुसूचित जाति और 6.3% मुस्लिम मतदाता हैं। दशरथ मांझी की प्रसिद्धि के बावजूद, गहलौर और अतरी अभी भी उपेक्षित है। यहां की जीत में महादलित वोट बैंक निर्णायक भूमिका में होता है। मांझी मतदाता किंगमेकर की भूमिका में होते है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   22 Oct 2025 3:30 PM IST