बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पिछले चुनाव में AIMIM की जीत से अमौर में बदला राजनीतिक समीकरण

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में अमौर विधानसभा सीट पूर्णिया जिले, किशनगंज संसदीय क्षेत्र में आती है। 1951 में अस्तित्व में आई अमौर विधानसभा सीट पर अब तक 18 विधानसभा चुनाव हुए हैं। यहां से अभी तक 1977 में केवल एक गैर मुस्लिम उम्मीदवार चंद्रशेखर झा जनता पार्टी से चुनाव जीता है। 8 बार कांग्रेस, 4 बार निर्दलीय, दो बार प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, जबकि जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बीजेपी और AIMIM ने एक-एक बार जीत हासिल की है।
2020 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम की पहली जीत के रूप में अख्तरुल ईमान विजयी हुए थे। इस जीत के साथ ही क्षेत्र के राजनीतिक समीकरणों में कई बड़े फेरबदल देखने को मिल रहे है। आपको बता दें अख्तरुल ईमान पूर्व में राजद से जुड़े रहे हैं और किशनगंज से दो बार तथा कोचाधामन से एक बार विधायक रह चुके हैं।
क्षेत्र की जमीन समतल और उपजाऊ है, जो कृषि के लिए अत्यंत अनुकूल है, हालांकि सिंचाई के लिए भूजल स्रोतों और मौसमी वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता है। चावल और जूट का क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है। अमौर विधानसभा क्षेत्र पूर्णत ग्रामीण है, विधानसभा में कोई शहरी मतदाता दर्ज नहीं है। यहां 5 फीसदी एससी, करीब 70 फीसदी मुस्लिम वोटर्स है। यहां एनडीए के लिए जीतना एक चुनौती है।
विकास से अभी भी क्षेत्र अछूता है, बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है, रोजगार की तलाश में युवाओं का पलायन एक बड़ी चिंता है, क्योंकि क्षेत्र में औद्योगिक अवसर व रोजगार सीमित हैं। राजनीतिक रूप में अहम होने के साथ साथ अमौर के सामाजिक-आर्थिक संकेतक भी नीति निर्धारण के लिए अहम दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   22 Oct 2025 11:58 AM IST