Azam Khan on Diwali 2025: 'दिवाली के इस पर्व पर दीये जलते नहीं है, दीये...' सपा नेता ने दिया विवादित बयान

दिवाली के इस पर्व पर दीये जलते नहीं है, दीये... सपा नेता ने दिया विवादित बयान
दीये से रोशन करते हैं, उनका मकसद उजाला करना, ठंडक देना और नफरतों के अंधेरे को मिटाना होता हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग दीये जाते है वो उन्हीं लोगों का सम्मान करते है, जो लोगों से प्यार करते हैं।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। सीतापुर की जेल से रिहा हुए तब से आजम खान सुर्खियों में बने हुए हैं। इसी बीच, उन्होंने दिवाली के मौके पर एक विवादित बयान दिया है। आजम खान ने अपने बयान में कहा कि जो लोग दीये जलाते हैं, वे कुछ भी जला सकते हैं। सपा नेता का यह भी कहना है कि दीये जलाएं नहीं जाते है बल्कि रोशनी की जाती है। जो लोग दीये से रोशन करते हैं, उनका मकसद उजाला करना, ठंडक देना और नफरतों के अंधेरे को मिटाना होता हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग दीये जाते है वो उन्हीं लोगों का सम्मान करते है, जो लोगों से प्यार करते हैं।

सपा नेता ने दी ये प्रतिक्रिया

सपा नेता का कहना है, "दिवाली के इस पर्व पर दीये जलते नहीं है, दीये रोशन होते हैं. वो लोग जो दीये जलाते हैं वो कुछ भी जला सकते हैं। लेकिन जो लोग दीये रोशन करते हैं उनका मकसद सिर्फ उजाला देना होता है। नफरत के अंधेरे को मिटाना होता है। वो ही लोग मेरे लिए काबिल-ए-कद्र हैं. मैं उनकी सराहना भी करता हूं और मोहब्बत भी करता हूं।"

जेल में रहे इतने महीने सपा नेता

सपा नेता आजम खान 23 महीने तक जेल में बंद रहे। उन्होंने ये दिन सीतापुर की जेल में कांटे थे। जब वे जेल से रिहा हो गए थे तो इसके बाद उनसे मिलने के लिए सपा नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रहती थी। जेल के बाहर आगे के बाद से लगातार वह कोई न कोई बयान देते रहते थे, जो सुर्खियों में आ जाता था।

Created On :   21 Oct 2025 7:12 PM IST

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