Sanjay Raut News: डोनाल्ड ट्रंप की पाक जनरल असीम मुनीर की मुलाकात पर संजय राउत ने दी तीखी टिप्पणी, कहा- 'राष्ट्रपति ट्रंप कई देशों में हस्तक्षेप कर रहे हैं'

- अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पाक जनरल के लिए किया रात्रिभोज का आयोजन
- पाक और अमेरिका के बीच बढ़ती नजर आ रही हैं नजदीकियां
- नजदीकियों को लेकर संजय राउत ने दी प्रतिक्रिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ डिनर के आयोजन को लेकर सियासत गर्मा गई है। इस मुलाकात को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने तीखा हमला करते हुए केंद्र सरकार के साथ पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल किए हैं। संजय राउत ने जनरल मुनीर को पहलगाम हमले का जिम्मेदार तो ठहराया ही, साथ ही इस निमंत्रण को भी उन्होंने भारत के लिए अपमानजनक बताया है।
संजय राउत ने क्या कहा?
संजय राउत का कहना है कि, पाकिस्तान के जनरल असीम मुनीर, जिनको भारत की तरफ से पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। उनको व्हाइट हाउस में विशेष तौर से आमंत्रण दिया गया है। ये हमारे देश के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। असीम मुनीर पर हमारी बहनों के सिंदूर को नष्ट करने का आरोप है, लेकिन फिर भी ट्रंप उनका सम्मान कर रहे हैं। इस पर पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की क्या राय है? हम ये जानना चाहते हैं कि सरकार को इस मुद्दे पर अपना रुख बिल्कुल स्पष्ट करना चाहिए।
केंद्र पर साधा निशाना
संजय राउत का कहना है कि, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान के जनरल मुनीर के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया। उन्हें विशेष निमंत्रण मिला था - हम प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर और RSS प्रमुख मोहन भागवत की राय जानना चाहते हैं। पहलगाम में महिलाओं के सिंदूर को मिटाने का दोषी असीम मुनीर है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में उसके लिए रात्रिभोज का आयोजन करते हैं और हमारी सरकार की भूमिका अभी तक स्पष्ट नहीं है। यह ऑपरेशन सिंदूर के कारण हुआ है और यह हमारे देश के लिए चौंकाने वाला है। राष्ट्रपति ट्रंप कई देशों में हस्तक्षेप कर रहे हैं और सत्ता में बदलाव चाहते हैं। क्या वे भारत में भी ऐसा ही करना चाहते हैं? मुझे इस पर संदेह है।'
राउत ने शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस का किया जिक्र
राउत ने इस मौके पर शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस का जिक्र करते हुए कहा है कि, ये मुकाम हासिल करना बिल्कुल भी आसान नहीं था। शिवसेना की यात्रा संघर्षों, बलिदानों और अड़चनों से भरी हुई रही है। बालासाहेब ठाकरे की तरफ से इस पार्टी को उस मुकाम तक पहुंचाया गया है। हमने कई हमलों का भी सामना किया है और आगे भी करते रहेंगे। शिवसेना ने विपक्ष में रहकर भी उल्लेखनीय काम किया है और सत्ता में रहते हुए भी जनहित के निर्णय लिए हैं। शिवसेना कभी भी सत्ता के लिए नहीं झुकी है और ना ही समझौते किए हैं।
Created On :   19 Jun 2025 3:19 PM IST